भारतीय राजनीतिक व्यवस्था | Bharatiy Rajaneetik Vyavastha

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
श्रेणी :
Book Image : भारतीय राजनीतिक व्यवस्था  - Bharatiy Rajaneetik Vyavastha

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about सत्यनारायण जैन - Satyanarayan Jain

Add Infomation AboutSatyanarayan Jain

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि क्सीमीदेश का सदिधान भोर शासन एक दिन की उपज नही होता है । यह एक णेतिहासिक विवास फा परिणाम होताटहै। इसलिए भारतीय संविधान, सरकार, शासन एव राजनीति के प्राधुनिक विकसिते रूप फो सममेने के लिए उनकी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि वा मी सम्यर्वू ज्ञान श्रावश्यव है। इसके लिए हमे मारत पर ब्रिटिश शासन काल का अध्ययन श्रावश्यक हो जाता है, क्योकि यहाँ सर्वघानिक परम्परा का विकास एवं भ्राधघुनिव राजनीतिक सस्थापध्री वा उद्सव एवं विकास इसी काल मे प्रारम्म हुमा । प्िटिश शासन काल के इतिहास को तीन प्रमुख चरण में वाटाणा सकता है । हम इहे 'प्रयम', ,द्वितीय' व तृतीयः ब्रिटिश साम्राज्य, जसा कि ए० ई० जिमन ने बताया है, के नाम से सबोधित कर सकते हैं । यह दो एतान्दियों का इतिहास है जिसमे मारत को पहले ईस्ट इडिया कम्पनी (सनु 1600 मे स्थापित ) श्रौर तत्पश्चात्‌ ब्रिटिश सरकार के हाथो भपना भ्राधिक शोपा एव राजनीतिक दमन सहन करना पषा ।1 तथापि शूट टालो भौर राज करो वाली नीति इन दोनो ही 1. ब्रिटिश उपनिवेशवाद एव साम्राज्य के विस्तृत भ्रष्ययन के लिए निम्न रचनाए देवें - (१1) ^ एल्णदल््य 06 एात्ड हफका6 4 अतप 01017181 86०8४, (808४ (7805 ४४ र 0७), (व ला8 3 & 4 (॥) वणा (दधत्‌ शप्ाञठा ग पह द्ारत्त०ण 40ण्ालणा ५ 10/08, (11) ०801 एवरणर एण = कणठा> 7०५3, ॥ (५) ए 8 कषाजा8 द्र (लात्ठ ककाणााश्चाकाना ०196 ६85 17013 © 1 (४) वण्कएऽ०ण ई, (वापय = एष्ड एरणाट पा 10018 प (9) उ 1. दरिलाण ए0ा5ल्ण्ण्य४ ज 1०8 (श) 2? ह कणए्टाइ प्ताकाणर छाप पता> तपे (जाप) र © षण्टण्णवा प्राम ग ु}6€ एतत्व०प) 209४ = ६ 10 1012




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now