प्लीडिंग्स्, अर्जियों और दस्तावेजों आदि के नमूने [भाग ३] | Pleadings, Arjiyon Aur Dastavejon Aadi Ke Namune [Part 3]

Pleadings, Arjiyon Aur Dastavejon Aadi Ke Namune [Part 3]  by अज्ञात - Unknown

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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(९) ३ यह कि उपरोक्त तमरछुक की षावत =“ “ ) 2, अद्‌ मिनदाई उस ऊपर बताह रकृमफे भो व्याज की निस्त अदा कीगई है उदको सदा- मले से भब भो घाजिघुक वसु टै, जिसका दिखा नीचे दिया जाता है, भौर यह कि बार-बार तष करिए जाने पर भी सदागलेहने वह बाकी का रुपया द्‌ नदी किया रै। ४ मुद्दईकी इस नालिशकी विनाय सुख़ासमत तारीख १ माच सन्‌ १९१५ < को सकाम '” ^ ** मे, जो कि इस अदाङतके अधिकार-केत्र (दद्‌ भरत्पार समाभत ) मे है सदाभलेहके उक्त. तमस्सुककौ पावत वाजिष रुपए के भदा न कर सकने पर पेदा हुई । ५ इस नालिशकी मालियत दाघा, भधिकार-क्षेत्र ( भऱत्यार समाधत ) कै अन्दर “ = ० स० है और कोट-फीस भी इसी रकम पर लगाया यया है। ` ६ मुद्दई प्रार्थी है-- (अ) कि सुदाभलेदके ऊपर ”” * रु० की मय ब्याज चशरद £ रु० सेकड़ा सालाना, मालिश दोनेकी तारीख़ले रुपया वसूछ दोजाने की तारश्च तक, डिकरी दीजाय । भौर (अ) यह स के ऊपर इख नाहिशके खच की डिकरी दी जाय, { ) दूसरी ऐसी दादरसी दिलाई जाय जिते भदाह्ते मुनासिव समझे। दिखाव- ( तस्दीफ भौर दस्तखत भर्जौदावा न> १ में बतछाए अनुसार ) उपरोक्त माकि दाखिल किया जाने बाला बयान तहरीरी अदालत भौर फरीकैन घगेराक। इचाला ऊपर पतकाए भज़ीदावा से० १ की तेरह पर दिया उशना चादि । सुद्दाभलेद ऊपर वतकतादं हदे नालिशके खम्बन्धमें नीचे लिखें अनुसार निषेदन करता टै १ यद कि खदरैको छद्धाभकलेदके ऊपर यद नार्थ दायर करने का कोई कारण व इक नदी है । २ यद्द कि सुद्दई ने जो हिसाब बतलाया वह सदी सदी नदी ह भौर उसने उस रकृमके अलावा जिखका भद़ा किया जाना अर्जी दावामें स्वीकार किया गया है नीचे लिखी रकृमे जो अदा की दे मुजरा नद्दी दी दै ( था पर अदा किये गये रुपएक सादाद भारे उसकी अदायगीकी तारा लिखों )




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