हिमाचल प्रदेश के लोकप्रिय गाथागीत | Himanchal Pradesh Ke Lokpriy Gathageet
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
170
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)इन प्रसिद्ध रज्वा म चम्वा का नाय 3०0 इ ऊ लगमग कट्नूर रज्व 097
इम मदा आर सुक्ल कौ, स्थापना 76० इ म जार सिरमार क 119 इ म लिखित
डतनिहास मे भी उपलब्ध ह। इन पहाडा राजाओआ न साफ यन का समृद्ध करन क
लिए अनक मरिर वनयए तथा अस्य मन एय त्याहारा का परम्पराआ का नीव भा
डाली 1 दाथसान तक इन पहारी राज्या म काइ उल्नखनीय परिवतन नहीं हुए। लफिन
याहरी आक्रमणा क फलस्वरूप आतरिक जीवन म परिवतन आना स्वाभाविक था।
गुप्तकाल आर हपवधन की मृत्यु तर सारे पहाडी क्षेत्र में नया जीवन अगडाइया
जन लगा था। 1001 इ से महमूद गजनवी क भारत पर आक्रमण से इन पहाड़ी राज्या
मू भी उधल पुथल शुरू हुइ। 1009 इ म उसन॑ कागडा के प्रसिद्ध दुग आर मदिर
एर आक्रमण किया । इसी दारान म अनक राजपूत सामतां न॑ हिमाचल प्रदेश के अनेक
क्षदा पर कब्जा कर अनेक राज्य स्थापित कर निय । इनम क्याथल वधार कुलद
-छनिहार भज्जी धामी पटनाग कोरी मागल यैजा मरात्ती चाघत जुव्वल सारी
रावीगढ वलसने एतश्च धूड भवान थयाग कुमारतन कशगड़ ख़नेठी कोठखाइ
कोटगद दरकोट देलठ थराच दाडी शागरी डाडरा क्वार रामपुर बुशहर गुलेर
नूरपुर जक्षवान दातारपुर डा आर् नालागद मड़ी सुत लाहोन सिपि क नाम
उल्लेखनीय हं। जहा अनेक पहाड़ी शक्तिशाली सामत आपसी फूट स॑ परस्पर सत्ता
का विस्तार करन पर तुल रहत थे वहा अनेक मंदिरा मूतिफला वास्तुकला एव अन्य
कलाओआ का प्रारेभिक काल भी यही युग था।
मुस्निम आक्रमण आर मुगल साम्रास्य की स्थापना क॑ साथ इस पहाड़ी क्षेत्र म
मेय युग का सूत्रपातत हुभा1 मुगन साम्राज्य का राजनतिफ एव सामानिक प्रभाय इस
क्षेत्र के लोक जीवन पर् भी पड़ा। सिरमार शिमला जनपद क देव गिरगुल आर दव
डूम का सपप लाक गाथधाआ मे मुगला से जाडा जाता ह। इसी तरह कुल्लू, कागझा
सिरमोर ओर चम्दा क राजा मुगलां से कभी जूसत रहे कभी उनकी अधीनता स्वीकार
करभ!
इसकं वाद अग्रेजा के आगमन क॑ वाद सिख सना ओर गोरखा के साथ पहाड़ी
शजाआ की आपसी फूट के कारण अर्नक युद्ध हुए। युद्धा की 'यह आख मिचानी तब
तक चलती रहा जब तक अग्रज साप्राज्य ने पूरी तरह इस प्रदेश पर अपना आधिपत्य
स्थापित नहीं जमा लिया। हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध राजाआ म चम्बा कं राजा साहिल
बमन मरुवमन मडी के वीरसंन आर सिद्धसन सुकत कं मदनसन रामपुर बुशहर कं
राजा केहरीसिह सिरमोर के राजा कमप्रकाश्च एव कागडा क राजा ससारचन्द क नाम
उल्गेखनीय ह । इनक राज्यफाले म कला एव स्कति का काफी पिकास हुआ ।
हयूनसाग के भारत सम्बंधित वृत्ता म॒ भी हिमाल कं कागडा कुतू आर
साहातत स्मिति कं राज्या का बणन मिलता ह। उसक अनुसार महाराज हपवधन न कुल्लू
आर कागड़ा का अपने राज्य म मिलाया।
ऐतिहासिक तेहासिक / 15
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