सादिन पुष्पलोक | Sadin Pushpalok

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Sadin Pushpalok by आचार्य धर्मेन्द्रनाथ - Aacharya Dharmendra

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about आचार्य धर्मेन्द्रनाथ - Aacharya Dharmendra

Add Infomation AboutAacharya Dharmendra

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
प्रत्तावना ग्लैंडचिन की ही माति एवः और प्रसिद्ध अनुवादक जेम्स रौस ने भी लड़के को छ्डकौ वनाकर वाम चलाया है। ण्क और अनुवादक जौन प्लैट्स ने अदरील अशों का अनुवाद अग्रेजी में न फररें लैटिन में वियारै। इससे अनुवादक के वर्तव्य का निवि भी हो गया और तत्वालीन सुरुचि की रक्षा भी हो गयी । रौस का लैटिन अनुवाद देखिये-- जोर यायद ने जर क्रि वान्‌ रा] शिक्षत ददक्‌ शता वाका, 41/10 {1९112 गुज र्न विह जि दह मन गोदत 11 4407 ९81 1 दाक, वृष्वा7। ८70९5॥ ०९5 रौस ने तो केवल इसी अर के लिये ल्टिन का जाध्रय च्या है) जवकि प्ैट्स ने सर्वर ऐसे प्रसगो के लिये लैटिन के आवरण वा उपयोग पिया है। इसी में लिये प्लट्स का अनुवाद देखिये-- \/160 7 15 ५41711९, 101 01प, क काटा) पाए कलह जप, हजार 1010001 प्वैटूस के वृ दूसरे अनुवाद इस प्रकार है-- शुनीदा अम्‌ कि दर ईं रोजहा छुहन पीरे। 1 12९6८ (त 11 [९56 0०४5 9 $ गतं पाणा खयार वस्त व पौराना शर पि गीरद जुषत ॥ (0०1 11 11110 1115 ०1 टत (त1 [८ ५० [व6 व पराच विश्वास्त दुस्तरके खुवस्य गोहर नाम । हट प्रा ९ २ ०६५४ १०7६ ९ 7691} ए४ वता चू दुजं गौरम्‌ नज चरमे मरमां विनिहूष्त 1 47५ 11 ८ 9 ०य5{.ल। ० कदवा15, 16 [व [दा पणा ताऽ ९५९४ चुनांकि रस्म नसती वूयद--नमप्ना कद | (वव ८51 11110110710001 (15115 3 ९111115 (07८ ताण वेने व हमलाए्‌ अव्वर अगाए णे विवुप्त ॥। ८ 6110710 10011111 ९1145 (९0115 010/510011 (7९९5 ९5 कमा क्गीदो न जद वर हदफ वि न तवां दोल्ल । 41८01 दत्ता, उठयें उत्खुधगाा वाट शिजुता जीव 1001/005516112 ९0101 ९5। (९1९/701-6, मगर य ॒सूत्रने पूकाद जामाएु हगृषत॥। [टाला 50 [00010 [९ सा धा वता तवा) 6त0 व दोस्तों गिरा आगाच वरदो हृज्जत सास्त। 11८ ९६41 लठाफाणापाट्‌ 10 [15 िलातं5 काप 50 छिए ८1025, कि खानो माने मन्‌ दं शोख दीदा पाक यस्पन ॥ 52‰17-- ¶]1015 ४०1 ८८ 10559 195 71206 9 लाला ऽल्लौ) ग णा पप णवा $ मियाने शौद्रो जन जगो फिला साम्त चूनी । ए९।५८्ल]) [णडा व्रातं ५1९ 1६ तं वाऽत्णतं वा०७९, 10 ऽप्ला 8 0८८८ किसरय दहना ओ नासौ यसौदो सारी गृपत ॥ (1111 111८ ८8९८ ्ष्वलीत्व्‌ (ट [दत्‌ ० पी© [०116८ णात 11८ 971 भात्‌ ऽता 510, पस अज़ मलामतों घुनअत गुनाह दुस्तर चौस्त 7 +ला 7८770७7 पातं यफषञाह (16 [050 तात) पणव 15 11८ हा1'5 विणा? तुरा करि दस्त व लरजद गृहूर चि दानी सुप्त ? 110४ ५1056 वात्‌ [व्टा्लाी, पशो णण षणा [० चग फलता १ एन्य? एक मौर अय देसिये- जवाने स्त पै वायद कि अज दह्यत विपरदेचद । ^ #०५1६ राता फ10 15 501 21 110 10015, 5100 95181 पनि लवाा01 वट्डा९ किपीरे सस्त रगवत रा खुद भारत वर न मी सेजद्‌ ॥ 10010101 {7९115 ) ९(111 दण (का 610९411 071९ 5140 7०7 हाट एक ओर प्रसग में प्लंट्स ने पूरी तरह मयं पौ रटिन से ठक दिया है-- ययाई 0041790 जन कज वरे मद वेरजा वर सेजद। 11 (104 (70/010 2011411८ 11541010 व 1414117 बट उपाए, वसे फिला भो श्रोर जा सया वर पेजद॥| 40 ८ 14114 ८ पव वा5561500 ९1 0९111474/10 ९\01110/ पीरे नि जि जाये सेद न तवानद खास्त। (@/॥1 1९111145 11011 00151 ¢ 5९व९ 511६, श्त्ता च असा क्यश्‌ असा वर सेजद॥ ४751 11/40 01101 4011९ ९145 11 4110 2110०40 5106219 शोर एर्व लम्मा रजत वंन यदे बालिहा । 1 वव) 050 7141101 001९ (नामुऽ धयन्‌ यर्वा दाफतिस्साइमि ॥। 4२८11 0८८ा551010 तदा क 1411-0 5101112001, तकूटु हजा मह मय्यिति । 4111127, 1514 1141411, (21102 1117८ ९1 7९5 2010111014 ९51 य नमस्करीयतु लि“न्नाइमि ॥ उदव तका (विदा दनान 01010770 द1 * १३




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now