प्रेमचन्द का नारी - चित्रण | Premachand Ka Nari - Chitran

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Premachand Ka Nari - Chitran by गीता लाल - Geeta Laal

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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प्रेमचंद-युग से नारी की स्थिति भूमिका भँ हमने वैदिक युग से श्वौ सदी क॑ प्रारम्म तक की मारतीय नारी की स्थिति का, उसकी कारणभूव राजनैतिक, सामाजिक यौर धार्मिक भदृत्तियों का विद्रण सतुत क्या है। हमने देखा है कि श्रेमचन्द युग क इुछ पूर्व मारदीय नारी, यवाद स्वरुप कुछ स्त्रियों को छाडकर, अशिक्षित, पराधीन और पर्दानशीन थी । वह धर की नचहारदीवारी में कद और वैवाहिक रीठियों तथा सती प्रथा का शिकार थी। वह सतीत कं एकामी आदर्श के पालन के लिए वाश्य थी । यह भी कहा जा चुका है कि यह सब होते हुए भी स्त्री और पुरुष दाना को, उत्तराधिकार कं रूप मे, ५००० वरप पुरानी सन्यवा वी संपत्ति मिली थी और ऊपर से दीन हीन, भाले भाले, गुलाम-दृत्ति वाले मारतीयों के अद्र एक ऐसी शक्ति छिपी हुई थी, जो यावरिक ऐश्वर्य का सूचक थी ।* इस दृष्टि से भारतीय नारी पुरुष से भी यागे कही जा सकती है, क्योंकि बह पुरुष वी जपेक्षा अधिक 1 ५ जिर एषणा एषणा००७९, कू ७टछ०प्रॉस्तेडफड पल एषाम कण्ण 7०९45 एोज्गला त, ७८०8 58९8 ० १1९ \ त्व८ दण्त अमोषफकराक( १०९७, 06 ०५७ त्ण०० ६००९७१७, ९त०८०१००5१9 = कतकषकासरकाञ ता ए०ततार४ ६२९३, हो गणण०६९ कापर जा 518१९्नाछ४ कत्‌ उणरप्टाड ० ८९९१ 8४ 8पत्‌ 0पर०४० 10९ ६१७ अण्डो ११४९३ ५८१ फणच्पल्ण ७१६११०१७ कष फलक 1510716 पल द्रो &७ ए०तफाणा कि हा हर 0 उ] 11815 8081, 1:81: 51201 0 ति&051 हु 6 ९००} 00 ० नणथ 9ि००तें 83 & हल्परः 91] उरला 1८८१8 १७ ६९८० 8६ ६06 हां 01 18371 ५३ ४४ 1१5 रूट 90106 0 [लाक ० 10पात०745, ० 06९8110, ० 50५2) 5121805, €९०प७्५१८ 81०६8 ०९ ए0फषन्ड मारगरेद ६० कचि, $दियन बुमनहुड इ-२, पृष्ठ २५ 2 ^न.८६ ८ ७९ ६७1 ९६ 09९७ 80 9100 दि छाटएस९ चिल्टह नाव 8 रहा! ल्ते करा हर 800 17718 2 8. ए 111) एव्र, अण्फलप णड 83 पट फलार णते 876 ता {06 ८००१५0० प०४७ वाजा 0 5,000 हा अकेल्छोन्वरप्छ &फत राञ्छष्ला तपा ७३, 8८५ पारा, 7६, दव लषध११७ ९२० 5००८८९३ ० तककाल्वहट, एन्र्गोपर, 90018] [एप &76 २०९११०05 ज लसीपडड 00 ७8 वपल), 85 चिप रकघः१९त कण पथ्छतेवणटु कते कह 9 106 एप्टल०१ कू०याप्‌ 1681100 त धिप्तधण तेंह४10फूप्घहता एला कोले 1 १6८० छिफफतें हपाठपट्टॉं०ए दर छुल०छ16, प्ट दत्‌ अणामल्प छह भा दणप्ययपप।१।९३ ए १२५ प०९०९९३ ण एणाष्णणक] लपृरड०छ 1४१० ॥१ला5 &९०६११९९, णि। णा एरुपना०९० रच्तेजार६ ०६ चठ लत हण्ण्ते ६९३६८, छया ४६त्व्‌ कत श्य लला -कणपा॥ ९58 ८0६ ०६६ कू 11) 10 ई} लऽ, ९ 8९55 छ 00६६३ एलप्छट छ८त्‌ 061० 1२१19 प] ९ ए बील ९९०७ 83 एटपप्छा= ठर 4०९7०९९ °” मारगरेट ० ट्स, इदिवन उुमनदृढ ड-2, पष्ठ २६




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