सोवियत नागरिको के कुछ मूल अधिकार | Soviet Nagriko Ke Kuch Mool Adhikar
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
250
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)काम मुहैया करने के लिए आवद्यक होते हैं जिसका वह अधिकारी
है। और यह जानना समिति की ज़िम्मेदारी है जब समस्याए पैदा
होती हैं। हमें उन मजद्वरो से पत्र मिलते है जो काम पाने में विलव
सहने हैं। समिति में एक विभाग है , जहा मजदूर शिकायतों , प्रस्तावों
भौर मुभावो कै साय आते है। मास्को मे समिति मे ६०० कर्मचासे
काम करते है, जो इन सभी कामो को पूरा करते हैँ। ओर १५ सघ
गनतत्रो मे से प्रत्येक मे थम और सामाजिक प्रश्न सवधौ समिति है।”
हि मोनोव्योव ने, जो एक विद्वान प्रोफेसर की तरह दिखायी देते
य, अगे कहा. “समिति केवल काम पाने के किसी मजदूर के अधिकार
के उत्लघन की सीधे सूचना ही नहीं पाती , बल्कि दह समस्या को
सुलेभाने के लिए ट्रेड-यूनियनो के साथ निकट सहयोग में काम भी
करती है। ट्रेड-यूनियनो को प्रत्येक व्यक्ति को काम की गारटी करनेवाले
शनन मिति मभी थम कानूनो को कार्यान्वित करवाने का बड़ा अधिकार
प्राप्त है। ”'
नीति-निर्धारक श्रम और सामाजिक भदन सवधी राजकीय समिनि
मे मैं ट्रेड-सूनियनों की अखिल सधीय केंद्रीय परिपद के मुख्यालय में
गया। वहा मैंने वैधिक विभाग के प्रधान यूरी कोर्शुनोव और अतर्राष्ट्रीप
विभाग वे' ब्लादीमिर निकीतिन से काम के अधिकार के बारे में सवाल
निये। निकीतिन मे अमरीवा वी यात्रा वी थी ओर बहून अच्छी तरह
जानने ये ति मेरे प्रश्न किम सदर्भं मे किये गये थे।
और कोर्शुनोव ने ज़ोर दिया कि ट्रेड-यूनियनो बे: पास
मजदूरों के अधिकारों की रखा भरने के कई तरोदे टै) उदाहरणार्थ,
दे उच्चनम दिधि-निर्माता निकाय सर्वोच्च सोवियत को सीधे कानून
का प्रस्ताव षर भकमी है और वास्नवमे यट करनी भी है। और उने
नेम परम्नाव वानूने बनने है। यह वधायी बार्य मुझे ढताया गया
सिर्फ एर कमनून का प्रस्ताव लिखने और मे भर्वोध्च सोवियत को
भेजने में हो निहित नहीं है। यह सही है कि वे प्रारूप तैयार करती
° मिनि बह पमे सर्वोच्च सोवियत बे नहीं , बल्कि उस म्यानीय
ट्रेइ यूनियन षो जाता है , जिसकी उससे कोई टिलचस्पी हो सबतों है;
स्थानीय यूनियनों में मारूप पर बहस होती है और असर उसमें भरोधन
रपि जाने है। संबद्ध ट्रेश-्यूनियनों दारा स्वीहत हो जानें के बा ही
शाप थो सर्दोन्द सोजियत थे समश पेश किया जाता है।
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