चर्चा सागर ग्रन्थ पर शास्त्रीय प्रमाण + | Charchaa Sagar Granth Par Shastriya Praman Ac 859
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
184
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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फेस नस्टक क्यों रचा गया १.
इस अकारके नाटक रचनेके कई कारण हैं एक तो-यहं है
कि वर्तमांन मुनियों परसे लोगोंकी श्रद्धा उठ जाय + और
दूसरा कारण यह ह फ शासको अममाण उदरनेकः मर
समाजमे खुल जाय । इस मागेके जलेसे फिर जहां
कहीं झाखोंमें जो बातें सुपरकोंके हृदयमें नहीं जचेंगी दे
झट अममाण ठहरा दी ज्ांयगी । आज चचौसामर ह, कल
श्राचकाचार है फिर आदि पुराणका संस्कार मकरण दे फिर
प्रतिष्ठा पाठ तथा अनेक पुराण हैं इस रूपसे
शा ठदराये जाने लगमे । यदी एक व खुलेगा
सुधारक लोग इच्छानुसार प्रवृत्ति
च्छ विचारोंके प्रवतनमें विना किसी रुकावटके लगें ।
तीसरा कारण यह है कि आज इन सुधारक भाईयोकि
कुषिचारेंकि पविरोधमें तेरह बीस सभी धर्मात्सा (मिलकर धमं-
रक्षामें लगे हुए हैं और इनके शाख्रमिरुद्ध मन्तव्योंका सामु-
दायिक संगठन द्वारा पूर्ण विरोध कर रहे हैं इसीलिये ये
लोग अपने समयानुसार म्रचारमें सफलता प्राप्त नहीं कर
सक्ते हैं, परन्तु इस चर्चासागर ग्रन्थके विवादकी सामने
ठानेसे सुधारक भाई समञ्च र हैं कि तेरह वीस पन््थवालोंमें
परस्पर क्षगडा एवं मतभेद हो जाय वसी दमे उनकी सयु-
दाय शक्ति छिन्नभिन्न हो जायगी फिर उनके सुधार मागे
छिये वाघकता भी नहीं रहेगी । अथका वह शक्ति परस्परे
ही क्षीण होकर असमर्थ बन जा्यगी तेरइ बीस दोनों
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