पराडकरजी और पत्रकारिता | Paradakar Ji & Patrakarita
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
54 MB
कुल पष्ठ :
371
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)निवेदन ` १३
आयोगने भी पराडकरभीके पत्रकारिताके आदर्श, उनकी असाधारण प्रतिभा
एवं सम्पादकीय नीत्तिकी अपने प्रतिवेदनमें प्रशस्तिकी है ।
अन्तमें मं पुस्तककी भूमिका किखनेकी महती कृपाके किए उत्तरप्रदेक्के
मुख्यमन्त्री माननीय डाक्टर सम्पूर्णानन्दजीके प्रति हादिक आभार प्रकट
केरता हं ! सम्पादकाचार्यं पण्डित अम्बिकाप्रसादजी वाजपेयी तथा स्वर्गीय
सम्पादकाचार्य * पण्डित लक्ष्षणनारायणजी गर्देका भी मैं परम अनुगृहीत हैं
जिन्टोने इस पुस्तकके अनेक प्रसंगोके ठेखनमें मृञ्े निर्देश दिया है । आचार्यं
पण्डित विश्वनाथप्रसादजी मिश्रने पुस्तककी पाण्डुलिपिका अवरोकनकर अनेक
महत्त्वपूर्ण सुझाव दिये हैं । “आज' की फाइलोंके अध्ययन तथा उसके अनेक
उद्धरणोके किए मँ ज्ञानमण्डल लिमिटेडका आभारी हँ । पराडकर-बन्धुओं
विशेषतः भाई मंगरजीको पराडकरजीके पत्र-व्यवहार, भाषण तथा अन्य
सामग्रीका उपयोग करनेकी अनुमति देनेके लिए कृतज्ञता प्रकट करता हँ ।
भारतीय ज्ञानपीठकी रोकोदय ग्रन्थमाराके विद्वान् सम्पादक बन्धुवर आदर-
णीय श्री लक्ष्मीचन्द्रजी जैनके बहुमूल्य निर्देशोंके लिए भी मैं अत्यन्त आभारी
ह । पुस्तकके शीघ्र तथा सुन्दर मुद्रणके किए श्री बाबूलार्जी जेन हार्दिक
धन्यवादके पात्र हैं ।
\७ लच्मीशं रै
मातृनवमी २०१७, वि° -लकच्मीर्शंकर व्यास
व्यास-निवास, वाराणसी
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