श्री विचारचंद्रोदय | Vicharchandroday

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Vicharchandroday by अज्ञात - Unknown

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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चन्द्रादय ) 0 सप्तपादूत्तिकी प्रस्तावना ॥. १३ नाझू' चेदांतका वो थ देसेवास्ते इंग्रेजीमें अन्य लिख तदै चा मासिक्ंकनविधै लेख प्रकट कवे । परंतु वे लैखमैं मुख्यकरके छतपपंचका प्रतिया- दनमात्र देखने आतादे ॥ तैंसें घधीयोसाफि नामक मरडलके नेता वी. चेदांतसिद्धांतकू , फैछुक स्वतंत्र देखिके मुख्य डनकादी वर्खुन करे था शरच्श्य मदातव्पश्ाकी सदायदासें श्रू ल्यवपरष्े पीये सत्त ददे अरा स्खवे! पसं दोनेक६ प्रयातकारण चेदतविद्याव्दा स्वतचश्भ्यास दे) इसविसे श्रीनिचारसागर भप्लस यक्‌ कष्ट किः-- 1, दोहा ॥ चेद अष्चि विनरुरुू लखे, लाने लोन समास | यादरगुरुमुखद्ार है, अस्त अधिकोन ॥ लडकी ~ पुरातनकालसे पचोालन «५५ सष ८६१ +4 सुसार




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