हमारे त्योहार | Hamaare Tyohaar
श्रेणी : धार्मिक / Religious, पौराणिक / Mythological
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3.21 MB
कुल पष्ठ :
84
श्रेणी :
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लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
इजहार अहमद नदीम - Izhaar Ahmed Nadeem
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खालिद अशरफ़ - Khalid Ashraf
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)जन्माष्टमी पुराणों में लिखा है कि मथुरा में एक जालिम राजा कस शासन करता था । उसको नारद मुनि ने बताया था कि उसकी बहन देवकी का एक बेटा उस का सर्वनाश करेगा। अपनी जान और शासन बचाने के लिए निर्दयी कंस ने अपनी बहन और बहनोई वासुदेव को कैद में डाल दिया ताकि बच्चों के पैदा होते ही उन को खत्म क़र दे। उनके सात .बच्चों को कंस ने मरवा दिया । परंतु देवता निर्दयी कंस को पसंद नहीं करते थे। भगवान ने कृष्ण जी के रूप में जन्म लेकर कंस का खात्मा करने की ठानी ताकि दुनिया को दुखों से छुटकारा मिल सके | भादों महीने की चौदहवीं रात को कृष्ण जी कैदखाने में पैदा हुए । कहते हैं कि उनके तेज से जेलखाने में प्रकाश फैल गया था। कृष्ण जी बहुत सुंदर थे। हालांकि उन का रंग सांवला था लेकिन उन की आंखें कमल के फूल जैसी थीं। उन का जन्म दिवस जन्माष्टमी भादों अर्थात अगस्त-सितंबर के महीने में आता है। जिस रात भगवान कृष्ण पैदा हुए उसी रात को गोकुल में नंद की पत्नी यशोदा ने एक बच्ची को जन्म दिया जिस का नाम योगमाया रखा गया। बच्चे कृष्ण ने वासुदेव से कहा कि उन को गोकल ले चलें और योगमाया को उसी समय ऐसा चमत्कार हुआ कि वासुदेव की जंजीर और कैद खाने के दरवाजे स्वर्य खुल गए । पहरेदारों को दिखाई देना बंद हो गया । वासुदेव बच्चे को लेकर एक
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