सुन्दर गुटका | Sundar Gutaka
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
14.39 MB
कुल पष्ठ :
560
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)जपुजी १३ ... निरंकार॥ असंख अध घोर. ॥ असंख चोर. हराम खोर ॥ असंख - अपर करिःजाहि हे 0 जोर ॥ असंख गल बढ-हृतित्रा 2 कमाहि॥ असंख पापी पापु करि जाहि॥ अंसंख ऊंडियार . कड़े फिराहि॥ असंख मले् मलु भखि ? निंदक सिरि करहि . हु मार नानक नीच कहे वीचास पी ६ जावा एक वार. जो तुधु भाव साई भलीकार। तू सदा सलामति निरं कार 0 १८॥ अपंख 0 नाव असंख थाव .॥ अगंग झगंग हि 9९. छठ छठ खो
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