श्री नानकविनय | Shri Nanak Vinay
श्रेणी : अन्य / Others
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
1 MB
कुल पष्ठ :
42
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand){[.१५ 1
जासि संदा रहत संग लागों ॥ न्ष
हंस तजो इह कामां प्रतं प्रेतं कैर
भागो) इदि विधि को बिंखद्दीर
बेन्यो हे जा सिख नेह लगांओ ॥ अंत
वार नानके बिन हरि जो-को काम ने
आओ ॥ 8 ॥ २६॥ পন
` ` ˆ ,:ॐ सति शु प्सादि धनासरी महढी | -.
` काहे रे बन खोजन जाई । सरब ;नि
वासो सदाअलेपा तोही संगिसंमाई॥१॥
राज | चुप मधि जि बासु बसतु है-सु- .
कर माह्ि जेसे छाई ॥ तेसे हो हरि बसे
निरंतर घट हो: खीजहु भाई \\२॥ बाहर
'भीतरि एको -जानद ভন ব্য उगिेआन
बताई + जन नानक बिन- आपा: चोने _
मिटे न सख्रम की काई ॥;11-२७-॥
साथी इचु जगु-भरम জালা হাল,
नाम का सिमर॑नु-छोडिआ -माआ हाथ
, निकानः ॥-१॥ € माता पिता-भाई
User Reviews
No Reviews | Add Yours...