विवाकश्रुत | Vivaga Shrut

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
श्रेणी :
Vivaga Shrut by विभिन्न लेखक - Various Authors

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about विभिन्न लेखक - Various Authors

Add Infomation AboutVarious Authors

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
प्रथम श्रुतस्कन्ध : दुःखविपाक विषय पृष्ठ विषय प्रथम भ्रध्ययनः मृगापुत्र अभग्नसेन का वरत्तमानभव सार संक्षेप ३ भ्रभग्नसेन का भविष्य उत्क्षेप-चम्पानगरी द चतुथं श्रष्ययन : शकट सुधर्मा स्वामी का प्रागमन ९ जम्बू स्वामी की जिज्ञासा भये जम्बू की जिज्ञासा = सुधर्मा स्वामी का समाधान টোন ध्रा छ काकट के पूर्वभव का वृत्तान्त मृगापुत्र के विषय मे गौतम की जिज्ञासा १२ ৮ वि कि स सृगापूत्रविषयक प्रन १६ भगवान्‌ द्वारा समाधान १७ पचम श्रध्ययन बृहस्पतिवत्त इ्वकाई का अत्याचार १७ - प्रस्तावना इक्काई को भयकर रोग १८ पूर्वभव इब्काई की मृत्यु २० वत्तमान भव सृगापुत्र का जन्म २२ भविष्य मृगापुत्र का भविष्य २३ षष्ठ श्रध्ययन नन्दिवर्द न द्वितीय श्रष्पपन : उज्कितक प्रस्तावना उत्क्षेप २६ गौतम स्वामी का प्रदन उज्मितक-परिचय २७ भगवान्‌ का उत्तर--नन्दिषेण का पूर्वभव उज्मितक की दुर्देशा २७ जेलर का धोर अत्याचार पूर्वेभव-विवरण भीम कूटग्राह ३० पितृवध का दु सकल्प उज्मितक का भविष्य ३८ षड्यत्र विफल घोर कदर्थना तृतीय भ्ध्ययन - भ्रमग्नसेन नन्दिषेण का भविष्य उत्क्षेप ४१ सप्तम भ्रध्ययन उस्बरदत्त चोरपल्ली ४१ प्रस्तावना चोरसेनापति विजय ४१ उम्बरदत्त का वर्तमान भव अभग्नसेन ४२ पूर्वंभव सम्बन्धी पृच्छा अभग्नसेन का पूर्वभव ४४ पूर्वभव-वर्णन अभरनसेन का निन्नयभवं ४४ उम्बरदत्त का भविष्य ্ विषयसूची [९] पृष्ठ ४१ ५६ ९ ५८ ५६ ६० ६३ ६५ ६७ ६९ ७१ ७१ ७२ ७६ ७४६ ७७ ७९ ७६ ८१ ८१ च्च




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now