पाक - विज्ञान | Pak-vigyan
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7.44 MB
कुल पष्ठ :
288
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
दाऊ दयाल गुप्ता - Daydayal Gupta
No Information available about दाऊ दयाल गुप्ता - Daydayal Gupta
दाऊदयाल गर्ग - Daudayal Garg
No Information available about दाऊदयाल गर्ग - Daudayal Garg
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)जे
वहद
छ पाक-पिज्ञान कु
जया ७: नदी च्च्च्टै
भोजन ( क्या और केसे करें )
साधारण अवस्था और स्वास्थ्य वाले व्यक्ति के लिये कम से कम
इतना भोजन अवश्य करना चाहिये:--
दूध:--प्रातःकाल ६ बजे से लेकर सोने के समय वक
एक सेर दूध पीना चाहिये । प्रातःकाल, थन के नीचे से निकला
हुआ ताज़ा दूध विशेष हितकर होता है । रात्रि को औटा
हुआ दुघ पीना चाहिये । सायक्वाल को दूध मे अद्रक और
शक्तर या मधु छोड़ लेनी चाहिये।
फलः--हरे, पक्के, सूखे, जैसे भी फल मिलें, रुचि के
झलुसार, दोपहर के भोजन के बाद खाने चाहिये । न हो ते
कच्ची मूली और गाजर ही खा लेना चाहिए ।
भाजी:--दो समय मिलाकर पावभर भाजी का अवश्य
सेवन करनां चाहिये । जिसमे भोजन का तिहाई अंश भाजी
तो अवश्य ही रहे ।
अऋचः--चक्की के पीसे आटे और ओोखल के कूटे चांवल।
'झाटा तीन पाव, चांवल एक पाव, दाल एक पाव । यह दोनों
समय का सोजन है ।
User Reviews
No Reviews | Add Yours...