पाक - विज्ञान | Pak-vigyan

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Pak-vigyan by दाऊ दयाल गुप्ता - Daydayal Guptaदाऊदयाल गर्ग - Daudayal Garg

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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जे वहद छ पाक-पिज्ञान कु जया ७: नदी च्च्च्टै भोजन ( क्या और केसे करें ) साधारण अवस्था और स्वास्थ्य वाले व्यक्ति के लिये कम से कम इतना भोजन अवश्य करना चाहिये:-- दूध:--प्रातःकाल ६ बजे से लेकर सोने के समय वक एक सेर दूध पीना चाहिये । प्रातःकाल, थन के नीचे से निकला हुआ ताज़ा दूध विशेष हितकर होता है । रात्रि को औटा हुआ दुघ पीना चाहिये । सायक्वाल को दूध मे अद्रक और शक्तर या मधु छोड़ लेनी चाहिये। फलः--हरे, पक्के, सूखे, जैसे भी फल मिलें, रुचि के झलुसार, दोपहर के भोजन के बाद खाने चाहिये । न हो ते कच्ची मूली और गाजर ही खा लेना चाहिए । भाजी:--दो समय मिलाकर पावभर भाजी का अवश्य सेवन करनां चाहिये । जिसमे भोजन का तिहाई अंश भाजी तो अवश्य ही रहे । अऋचः--चक्की के पीसे आटे और ओोखल के कूटे चांवल। 'झाटा तीन पाव, चांवल एक पाव, दाल एक पाव । यह दोनों समय का सोजन है ।




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