द इंग्लिश - हिंदी डिक्शनरी ऑफ़ वॉर टर्म्स | The English - Hindi Dictionary Of War Terms

The English - Hindi Dictionary Of War Terms by सुखसम्पत्तिराय भंडारी - Sukhasampattiray Bhandari

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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जो चदाइयां कीं उन्हें भाततायीपन का उदाहरण कहा जा सकता है । ठैट्टा०550/' जावतायों । बिना कारण चढ़ाई या लाकमण करने बाछा । ता पा) हवाई अंग । सेना का हवाई वेढ़ा । पढले सेना के हीन भंग हुआ करते थे, पैदल, घुइसवार भर तोप- खागा। छेविन अगर एक इवाईअंग और यद्गया है। इस भंग का महत्व फितणा है, इसका अन्दाजा छगाना कठिन है । देखा नाय तो इस भंग की सदायता के बिना फौज सफढता के साथ उ दी नहीं सकती । सेना का इवाई वेड़ा इतने काम फरता है, (१) देख साल की उड़ान, थानी दाम, की गतिःविधियों का पता छगाना । यदद काम पदलें गुप्तचर छोग डिया करते थे। (२) दात्र, की फौन के तेल, भस्थ्रदास्त्र, रसद, धतौरा के गोदामों पर बम गिरा कर उसे नुकसान पहुँ- स्वाना । (३) दातू, की फौज पर बम गिरा कर उसे छिस्ननभिसत काना । (४) पुछों, संदरकों, रेखों, वगैरा पर यम गिरा कर शाम, की गति लवरुद्ध करना । (५) अपनी फौज को रसद भीर कुमक पहुँचाना। (६) समा- चार लाना-लेजाना 1 जल-सेना के इवाई अंग का सब से यढ़ा काम पढरेदारी फरना है। इवाईै-जदाज उंढ़ उड़ कर राय, के जद्दाज़ों भौर पनदुश्यियों की टोद छाते रहते दैं,और भषपने जहाज़ को स्वर देते रदते हैं । ज़रूरत पढ़ने पर ये शत्रू, के जद पर दम गिरा कर या यारपीदो मारकर उन्हें हुवाने की कोशिश करते हैं। , ता 856 [ देखों औै७67/0]1808 छित56 )- अप 0०01 इवाई कौंलिठ । निदिश सरकार के इवाईँ- विभाग का संघाठन करने वाली कॉसिठ ! 357 (1 हवाई नद्दागं । चायुयान । सब ता के इवाई जद्दानों का ब्यापफ और सामूदिक नाम । इंगई जदान बनाने वाले सुस्य देश जर्मनी, इंग्लेंड, अमेरिका, क्रॉस, जापान, रूस, इदकी, पैटिनपम, कैनाडा, सौर हारिड हैं। चाही छोटेसोटे देश अपनी जरूरत के छिप था तो इन्हीं देंगों से इवाई नदाज खरोदठे हैं था इनके इवाई-लद्दाजों की नफलें घने हैं। दरएक देश के इवाएं-जहाजों में अपनी डुछ रिशेषठा और भमिसमता होती है। उपयोग, बतारट, इंजन, वऱौरा के छिद्ाग से रटा08287 0४ पवार गघाडाह ढ इवाई-जदाजों की सैकड़ों किसमें होती हैं । इनसा डुठ वर्णन यहाँ दिया जाठा है। की (नो! अपाष्टा': सुस्की इवाई-नदाज 1 ये इवाई-नहान दान्ति के समग्र में ढाक और मुसाफ़िर छाने छेन्ाने का काम काते हैं । फपांधाड औन्ठावी, फौजी इवाई नदाजु। खड़ाईँ के काम सें भाने वाले दवाई मदाज़ । युद्ध बाल में सुल्की इवाई-जहाजों को भी फौजी यना दिया जाता है। फौज्नी इवाई-जहाजू इतनी तरद के होते हैं?- (१ ऐ6००्एं558008 थादी गरती या देंस-माज् करने वाढके । ये बहुत तेजू उपने वाले होते हैं भौर इनमें दो भादमियों के बैठने की जगदद होती है । इनमें कोटो लेने का कैमरा और गयर मेने के लिए तार का यन्त्र होता है । उपर एक दत्तरी होती है जिसमें होगे और पीठे मार करने वाछी यन्दूकें दोती हैं। इसमें कु बम भी रहते हैं तारि भगर मौका मिठ जाय तो उन्हें शाय्ु के किसी फौजी सुराम पर गिरा फर माग झावें । (२) 7180675 यानी शिकारी दवाई जद्दाजु। इनकी विरोपताएं ये दैं कि इनकी गति यहुर्त तेज़ होती है; ये जरद्ी से गिरदषबाजू फंबूतर की तरह उचे उठ जाते हैं या नुमीन के नजुद्दीक सा जाते हैं; ये लास- मान में बहुत ऊ'चाई तफ उद सकते हैं; ये पढ़ी जषदी अपनी गति या गति की दिशा मदल सस्ते हैं। ये एक बैठक वे ( आीएट्ठी0 5००). मी दोते हैं भौर दो वैढक वाजे (0 50007) भी । ये दवाई जुद्दान बम सार इवाई-जद्ानों के साथ लञते दे मोर इघर तो पे यचाव करने घाठे इवाई-जहानों से टक्कर ठेते हैं, उघर पमनमार अपना फाम फरते हैं। (६) ०0९5 यानी वम-मार हवाई लदाजु । चूंकि इन्हें ब्मों का घोझा ढोफर ऐे जाना पढ़ता है इसछिए पे बहुत ताकतदर दोते हैं और इनमें एक या ज्यादा इंडिन रंगे रदते दें । दिन में यम थिराने वाठे पम-मार इसके दोते दे भौर रात के धम-मार मारी ोते $ै। भगर दूर की मार करनी दो तो इनमें यर्मों फा पुन कम रा ज्ञाता हैं कर्पोंकि पेट्रोल ज्यादा रखना पता हैं। इनके ऊपर मी उतरी दोवी दें निसमें मशीन॑गन छगी रइती 'ै। इनमें समा्दार मेजने गौर प्राप्त फारने फा देगर सन्य भी दोत) हैं । इनमें कैमरा मो होता इं सिससे




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