अन्तर्राष्ट्रीय सम्बन्ध | Antarrashtriya Sambandh
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7 MB
कुल पष्ठ :
250
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)शाँति समझोता प
की उनकी जानकारी सीमित थौ । सचमुच मे पेरिस शाति सम्मेलन के अन्य
प्रतिनिधियों की वरावरी करने लायक श्री विल्सन नदीये - `
लायड जार्ज--डेविड खायड जार्ज ब्रिटेन के मुख्य प्रतिनिधि थे । वह
उद्दारदल 'के प्रधान थे और-१९१६ से प्रधान मंत्री थे । ब्रिटिश जनता से
विश्वास प्राप्त करने के लिए उन्होंने १९१८ के दिसम्बर में आम निर्वाचन
किया । लायड जार्ज के दल को जवर्दस्त बहुमत प्राप्त हुआ। और उनके
संयुक्त दल को .२५० सीटे प्राप्त हुड । ; “+ ४3
» (पेरिस .सम्मेरर्म मेँ लायड जार्ज का व्यक्तित्व बड़ा ही प्रभावशाली था ।
बह दूसरों की वातें सरदेव सुनने के लिए तैयार रहते थे । वह तेज, मस्तिप्क
वाले, द्रदर्शी,, सजग और .आकर्षक थे । डा० गुवा ने!ठीक ही कहा है
कि “अभी तक कोई भी कूटनीतिक लाग्रड जाजं के समान थोड़े से ज्ञान.से
एक वर्वाद दुनिया के पुननिर्माण करने के छिए समर्थं ; नह, हुमा ह ।
केनिज का कहना है कि “लायड जार्ज को ६-७ कुछ ऐसे ज्ञान प्राप्त.थे जो
एक साधारण व्यक्ति में, नहीं पाये जाते जिसमें . चरित्र! निरीक्षण का
ज्ञान; स्वभात्र जानने तथा,मन की गहराइयों तक पहुंचने के ज्ञान प्रमुख ये 1
श्री ह्लांसिग ने भी लायड जाजं के बारे में कहा हैं कि ल़ायड.जार्ज चार
बड़े प्रतिनिधियों में से सबसे कुशल ओर बुद्धिमान , ये; ठेकिनै उनका
मन स्थिर नही रहता था । वहस में वह बहुत तीक्ष्ण विरोधी थे । लेकिन
ऐसे विशिष्ट, व्यक्ति में कुटनीतिक चाले कुछ भी चहो थीं. { ' पेरिस सम्मे-
लगे में लायड जार्ज की सकछता का कारण यह था कि, उन्हें: जो अच्छी
सलाह दी जाती थी वह उसे मान छेते थे । |
` किल्मेन्षो--जाजंस भिल्मेमो की प्रतिष्ठा लायड जार्ज से किसी भी
प्रकार कम नही थी । उन्हे शेर का नाम दिया गया था। ६० वर्ष पूर्व
अमरीकी गृह-युद्ध के समय वह अमरीका में पत्र के संवाददाता, थे। उनके
विभिन्न प्रकार के अनुभव और अत्यधिक लोकप्रियता के कारण ही १९१७
से १९२० तक उन्हें फ्रांस का प्रवान मंत्री और युद्ध मंत्री का पद मिला।
शायद क्लिमेसो पेरिस सम्मेलन में सबसे अच्छे कटनीतिक थे।
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