मुक्त द्वार | Mukt Dwar
श्रेणी : धार्मिक / Religious
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7 MB
कुल पष्ठ :
136
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
भवनिप्रसाद मिश्र - Bhavaniprasad Mishr
No Information available about भवनिप्रसाद मिश्र - Bhavaniprasad Mishr
हेलेन केलर - Helen Kelar
No Information available about हेलेन केलर - Helen Kelar
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)सूरज की किरनों का वैभव अनुभव
केरने के लिए अपने हाथ
पसार दो । कोमल कुछुमों को कपोछों पर छगाओ और उनकी
बनावठ की शोभा, आकार की नाजुक परिवर्तनशीलता, ताज़गी और
छचक को अंगुलियों से समझो । शून्य को बुहारते रहने वाले पवन के
झोकों को चेहरे पर झेलो और आकाश के धट पियो, हवा की
अनथक हलचल को विचारों । पानी के प्रपातों और अनंत शाखाओं
पर के पातों से बह कर आनेवाले परस-पावन संवादी स्वरों की परतो
पर परतें अपने ग्राणो में पुँनीमूत करो | जब तक स्पर्श अनुभव करने
की यह् मावभरी शक्ति अपना काम करती है तव तक हमारी दुनिया
छोटी कैसे हो सकती है ? मैं मरोसे से कह सकती हूँ कि अगर कोई
देवी मुझसे आकर देखने और छूने की शक्तियों में से एक चुनने को
कहे तो मैं मानव के हाथों की ऊष्मा से भरे रूप के घन, हथेली
प्र आ ठगने वाले चंचल और भरे-पूरे आकारों का प्यारा स्पर्श-सुख
छोड़ने को तैयार नहीं हूँ ।
ॐ पंद्रह €9
User Reviews
No Reviews | Add Yours...