1960 से 1980 तक के उपन्यास लेखन में स्त्री विमर्स का मूल्यांकन | 1960 Se 1980 Tak Ke Upanyas Lekhan Me Stri Vimarsh Ka Mulyakan
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
23 MB
कुल पष्ठ :
291
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)सहायता प्राप्त हुई
डा0 मीरा दीक्षित, हिन्दी विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय इलाहाबाद एवं डा
हरेराम मिश्र, संस्कृत विभाग जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रति भी में अपनी
हार्दिक कृतज्ञता ज्ञापित करती हूँ जिन्होंने शोध कार्य में परोक्ष व अपरोक्ष रूप से मेरा
सहयोग किया।
आदरणीय डा0 यू0 के0 द्विवेदी, अध्यक्ष अंग्रेजी विभाग, इंश्वर शरण डिग्री कालेज.
इलाहाबाद द्वारा मुझे समय समय पर दिशा दृष्टि मिलती रही । अत्यन्त व्यस्त समय में भी
अपनी गवेषणात्मक दृष्टि तथा विद्ठता के द्वारा उन्होंने मुझे लाभान्वित किया है और मरी
प्रत्येक कठिनाई को दूर किया है। उन्हीं की प्रेरणा से पुष्ट होकर में इस कार्य को पूर्ण करने
मे समथ हा सको हूं । उनके अप्रतिम एवं आत्मीय सहयोग, परामर्शं सहदयता उदारता एवं
उत्साह वर्धन के लिए मँ उनके प्रति अपनी हार्टिक कृतजता जापित करती हं । आदरणीया
श्रीमती द्विवेदी के प्रति भी में हृदय से अनुगृहीत हूँ जिनकी ख्लेहिल प्रेरणा, परामर्श एवं
उत्साहवर्धन ने मुझे संबल प्रदान किया।
सम्माननीय डा0 के0 के0 अग्निहोत्री अध्यक्ष : गाजनीति विभाग इश्वर शरण डिग्री
कालेज, इलाहाबाद एवं सम्माननीया डा0 दमयन्ती अग्निहात्री, शिक्षा शाम्त्र विभाग, ज0
टी0 गर्ल्स डिग्री कालेज, इलाहाबाद के प्रति में हृदय से अनग॒हीत हैँ जिनकी सत्प्रेरणा
सहयोग एवं परामर्श ने मुझे सदेव दिशा दृष्टि प्रदान की ।
डा0 (श्रीमती) रमा मिश्रा, प्रवक्ता, राजनीति विज्ञान रा०क0 डिग्री कालज, शंकरगद
एवं डा0 श्रीमती सरिता सिंह, प्रवक्ता, इतिहास, रा0 क0 डिग्री कालज, शंकरगढ़ इलाहाबाद
का भा म हांदक आभार व्यक्त करता हू जिनका परामश एवं सहयोग मुझे बराबर मिलता
रहा |
परम पूज्य माता पिता एवं सास-श्वसुर की मैं आजीवन ऋणी रहूँगी, जिनके
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