ब्रजभाषा - शब्दावली भाग - 2 | Braj Bhasha Shabdawali Bhag - 2

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Braj Bhasha Shabdawali Bhag - 2  by अम्बाप्रसाद सुमन - Ambaprasad Suman

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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प्रथम खंड तथा द्वितीय खंड की चित्र-सची [प्रथम खंड की चित्र-सूची] चित्र-संख्या विवरण ध १--इकपैरे कुएँ के पारछे में खड़ा हुआ पर्या कुर में से आते हुए पुर (वरस) को ले रहा है রর ॥ २--कुएँ पर पैर चल' रही है और कुए के बाँये चूरे के पास मंचेंड़ा रक्‍्खा हुआ है | भ রঃ ३--किसान खेत की सिचाई करने के लिए ढेंकली चला रहा ই *** के ४--किसान नाई से खेत बो रहा है 2 ९९ ४--किसान की खेती में काम आनेवाले कुछ औजार और वस्तुएं ˆ * १४ ६--किसान खलिहान में खड़े होकर गाहठे की बरसाई कर रहे हैं *** ५६ ७--एक किसान खलिहान में दो बैलों की दाय चला रहा है और दूसरा सॉकी को पकड़े खड़ा है ५ ५५ ८--दो किसान खलिहान में अपनी रास के पास बैठे हैं ओर उसे साफ कर रहे हैं। श्र ५८ ६--कम्हार गधे कौ पीठ पर पलान, सूंडा श्रादि रखकर उसे ले जा रहा है। ৪ १६३ १०-सिकरम (ऊंठगाड़ी) में जुता हुआ ऊँट खड़ा है ঠা १६६ ११--किसान की बुरकी जिसमें पशुओं को खिलाया जानेवाला भुस भरा रहता है के ध्पपर १२--कनत्ती चरखे पर सूत कात रही है ४४ १६७ १२-किसानी रईसे दही बिलोरहीदै ५४ १६८ १४--कुम्हार चाक पर मिट्टी के बतंन' बना रहा है ००९ २०६ १५--कुम्हार के बनाये हूए सिद्धी के वर्तन कक २०६ १६--विभिन्न प्रकार के हुक्के (जे २७४ [द्वितीय खंड की चित्र-सची] चित्र-संख्या ' विवरण पृष्ठ १७--डोली उठाते हुए दो कदर ४४ *८--पालकी उठाते हुए दो कहार মর ४७ 1६--४ढाँ को खिवार के पास बैठा हुआ पयेरा इंटें पाथ रह है **- ६२ २०--चमार जूते बना रहा है *** ७२ २१--तेली कोल्हू की पाठ पर बैठा हुआ कोद्र के ब्रेल को हॉक रहा है ७५ २२--पींजन से रुई धुनता हुआ घुना ५७६




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