ब्रजभाषा - शब्दावली भाग - 2 | Braj Bhasha Shabdawali Bhag - 2
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
79 MB
कुल पष्ठ :
633
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)प्रथम खंड तथा द्वितीय खंड की चित्र-सची
[प्रथम खंड की चित्र-सूची]
चित्र-संख्या विवरण ध
१--इकपैरे कुएँ के पारछे में खड़ा हुआ पर्या कुर में से आते
हुए पुर (वरस) को ले रहा है রর ॥
२--कुएँ पर पैर चल' रही है और कुए के बाँये चूरे के पास
मंचेंड़ा रक््खा हुआ है | भ রঃ
३--किसान खेत की सिचाई करने के लिए ढेंकली चला रहा ই *** के
४--किसान नाई से खेत बो रहा है 2 ९९
४--किसान की खेती में काम आनेवाले कुछ औजार और वस्तुएं ˆ * १४
६--किसान खलिहान में खड़े होकर गाहठे की बरसाई कर रहे हैं *** ५६
७--एक किसान खलिहान में दो बैलों की दाय चला रहा है
और दूसरा सॉकी को पकड़े खड़ा है ५ ५५
८--दो किसान खलिहान में अपनी रास के पास बैठे हैं ओर उसे
साफ कर रहे हैं। श्र ५८
६--कम्हार गधे कौ पीठ पर पलान, सूंडा श्रादि रखकर उसे
ले जा रहा है। ৪ १६३
१०-सिकरम (ऊंठगाड़ी) में जुता हुआ ऊँट खड़ा है ঠা १६६
११--किसान की बुरकी जिसमें पशुओं को खिलाया जानेवाला
भुस भरा रहता है के ध्पपर
१२--कनत्ती चरखे पर सूत कात रही है ४४ १६७
१२-किसानी रईसे दही बिलोरहीदै ५४ १६८
१४--कुम्हार चाक पर मिट्टी के बतंन' बना रहा है ००९ २०६
१५--कुम्हार के बनाये हूए सिद्धी के वर्तन कक २०६
१६--विभिन्न प्रकार के हुक्के (जे २७४
[द्वितीय खंड की चित्र-सची]
चित्र-संख्या ' विवरण पृष्ठ
१७--डोली उठाते हुए दो कदर ४४
*८--पालकी उठाते हुए दो कहार মর ४७
1६--४ढाँ को खिवार के पास बैठा हुआ पयेरा इंटें पाथ रह है **- ६२
२०--चमार जूते बना रहा है *** ७२
२१--तेली कोल्हू की पाठ पर बैठा हुआ कोद्र के ब्रेल को हॉक रहा है ७५
२२--पींजन से रुई धुनता हुआ घुना ५७६
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