रसरत्न समुच्चय | Rasratna Samuchchaya

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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विपय, रसरत्नससुद्चय स्थ- गुदज हर रस... सूलकुठार रस महोद्यप्रत्ययसार रस कनकछझुन्द्ररस ..«« নীঞগান্ত হল द्वितीय तीक्षणमुख रस अरशःकुठारस्स ... जरोक्यतिर्कमस सामान्यडपाय सामान्य प्रेष .... पोडरोऽध्यायः उदावत्ते रोग তন্বী শু धरत ... अतिसार ( दस्तोंका हो- ना) रोग देर रसु आनन्दृभेर रस्‌ छुघापतार रस लोकेश्वर रस॒.« लोकनाथ रस .... नागसुन्द्र रस .... पण्निष्क तैछ .... सम्रहणी राग वच्रकपाट रस अग्नि कुमार रस्त... कनक सुन्दर रस ग्रहणी हर रस.... चण्ड सम्रह गंदुक कपाट হজ 9 ४9. विषय ख्घु सिद्धाश्नक रस ८५ ९ ६५ „८ ~ क ४ ५५ ५४ 9४०९ ४06७७ | रोग्यवदी ग्रहणीं गन केसधीस्स ज्ञीत्र प्रभावर्स पाटा रस নাভীর वह्निज्वाला वदी रस वच्रधर হা :৮4 ग्रहणी कपाट रस জীঘন্নন্তাহী चण ९८ ' ग्रह णीहुर-युरतादि । सामान्य उपाय .... अनीणै रोग अजीणै कटक रस ,. + | विष्वस्‌ स्स ,, © ० [विप्राचिका विजय रस ,.. ४०१ | अथि कुमार रस ., 2०४ वडवाभ्रे रस ,.. ४०९५ वैश्वानर पोय्ठीं रस ১ [ववा सुखी गुटी ... 2०६ क्रव्याद्‌ হজ .. ०७ |रान शेखर वटी .. 2 थि कुमार्‌ रस . ४०८ | अमृत वटी ..^ ०9 | राक्षस नाभा स ,. ४०९ [जीवन नासा रस वडवानरु रस अ्चिजननीं वटीं ९1 ९१) ९५! ৮৫01 ৮৫6৫ ५५, ৮০ ৮9৪ ১৯০৫) १४९४ ৪৪৪ ५५। চি ४१०९ ৮9 „^© ৮ € 69) শিস + ০6780) -९५ ~“ ~. | -~----~ ध क ক „+ २ ०७९ 8३१३७ 22 चरणं ९, पष. ,.. ४१० |सवारोग्य रस्त अथवा सवी- ..., ४११ ,... ४९३ , ४१६ ,. ४९७ ७१६१ 22 «०० ९८ .... ४९९ ,„ २० 9११९ 22 --“* २९ ৪ ४२२ १५१७ 27 ५५ २२ न « ७०१७४ ०१०५ 27 ১৭ ४२५ « 5७००८ ***०» 23 ,, ७३१ कक ... ४३२ ,,.. ४३३ ,... ४३४ .,,, ७३९ ম १४१५ 92




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