उत्तराध्ययन सूत्र भाग - 1 | Uttaradhyayan Sutar Bhag - 1
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
216
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)उत्तराध्ययन सूत्र : प्रश्नोत्तर 13
प्र31 अलाभ परीषह की उत्पत्ति का कया कारण है ?
उ. अन्तराय कर्म|
प्र.32 रोग परीषह किसे कहते हैं ?
उ. दुःसाध्य रोग हो जाने पर व्याकुल न होकर समभाव
से सहन करना |
प्र.33 रोग परीषह की उत्पत्ति का क्या कारण है ?
उ. वेदनीय कर्म।
प्र.34 तृण स्पर्श परीषह किसे कहते हैं ?
उ. घासयातृणका तीक्ष्ण अनुभव तथा उसे समभाव से
सहन करना |
-ध.3५ तृण स्पर्श परीषह की उत्पत्ति का क्या कारण
हि?
उ. वेदनीय कर्म|
प्र.36 जल्ल परीषह किसे कहते हैं ?
उ. जल्ल का अर्थ हे मैल । शरीर पर पसीने से मैल जम
जाए तो भी समभाव से रहना ।
प्र.37 जल्ल परीषह की उत्पत्ति का क्या कारणहै ?
उ. वेदनीय कर्म|
प्र.38 सत्कार पुरस्कार परीषह किसे कहते हैँ ?
उ. चाहे जितना अभ्युत्थान वन्दन या वस्त्रादिया
अभिनन्दन प्रशंसा होउससे प्रसन्न न होना, फूलना
नहीं तथा सत्कार न मिलने पर खिन्न न होना ।
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