कुक्कुट चयनिका | Kukkut Chayanika

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Kukkut Chayanika by डॉ शैलेश रंजन - Dr. Shelesh Ranjan

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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प्रव भारत की तुलना विष्व के श्रन्य হাদী से करें :-- ১ শা , तिवयं प्रति व्यक्ति मांस (चिकन ) नाम राष्ट्र प्रति व्यक्ति अंडा खपत-प्र| एपत प्रति वर्ष किलोग्राम में आस्ट्रेलिया १९५ ११ आपेरिक ३०० २३ इसराइल जब? ३६ इटली १९३ १२.४ यूगोस्लाविया १५६ ७.९ फिनलैण्ड १८० झा सोवियट रूस १४३ ४.८ हंगरी २१६ १८ पूर्वी जमनी २२६ ७.१ पश्चिमी जमेनी 7 २७७ ७.९ चेकोस्तेयेक्रिया २५१ ७.६ बलगेरिया ११८ ४.५ फ्रांस £ २१६ १२.१ भ्रास्द्रिया २५२ ११ जापान । २६० ३.८ भारत १४ ०.६ उपरोक्त तालिका भी यह दर्शाती है कि भारत भ्रनेक छोटे-छोटे राष्ट से इसं व्यवसाय मेँ बहत पोछे है। इस दिशा में बहुत कार्य करने की आवश्यकता है। केन्द्रीय सरकार तथा राज्य सरकारों द्वारा इस विपय में श्रावश्यक योगदान तो दिया ही जा रहा है साथ ही एोप्रीएषए, फ. ४. ए. (बर्ड फूड प्रोग्राम) श्रादि संयुक्त र्ट्‌ की संस्थायें भी श्रनेक प्रकार से कुवकुट विकास में योगदान दे रहीं हैं। पूर्व प्रचलित “रेंज” (1१४॥2०) प्रणाली प्रायः झव समाप्त हो चुकी है--/डीपलिटर” या “इन्टेन्सिव”! (0०८७ 16: ण 1श्याभंप८) पद्धति द्वारा अधिकांश मुर्गी पालन का कार्य हो रहा है । निकट भविष्य में (कही कहों झारम्भ हो चुका) सम्मवतः “कैज सिस्टम” (0८७४० 5५86४) द्वारा मुर्गी पालन किया जायेगा। विदेशों में हुए प्रयोगों के फलस्वरूप नई नई विधियाँ यहाँ भ्रपनायी जा रही हैं जिससे विकास श्रवपयमपदी होमाः \ भारत के प्राय: समस्त राज्यों में केन्द्र सरकार के सहयोग से पोस्‍्ट्रो डे सिय प्लान्ट स्थापित किये गये हैं. ताकि समस्त प्रदेशों के मुर्गों तथर ब्राइलरों का विपणन ही सके $ पंजाब, महाराष्ट्र तपा गुजरात फो छोड़ सभी प्रदेशों में पोल्ट्री डे सिंग प्लान्ट स्थापित किये जा चुके हैं । पंजाब तथा महाराष्ट्र में निगमों द्वारा यह कार्य हो रहा है तथा गुजरात राज्य ने इस विपय में कोई रुचि नहीं दिखायो है । ग




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