इंग्लैंड इतिहास दिग्दर्शन | England Itihas Digdarshan
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
9 MB
कुल पष्ठ :
238
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)[ १६१ |
0 ) हो सकता था । एक वार पुनः इंगलेन्ड, फ्रान्स की भर खिंचा ।
-उपसंहार-- ` ,
इस प्रकार हम देखते हैं कि हैनरी की विदेण नीति, शक्ति के सन्तुलन के
सिद्धान्त पर श्राधारित थी 1 कई वर्णों तक उसने पक्ष “बदले । कभी वह स्पेन
का मित्र हो जाता ठो कभी फ्रान्त का मित्र हो जाता । इस प्रकार पक्ष बदलने
में उसका एक मात्र उदश्य दो पक्षों में निर्वल पक्ष की सहायता करना था।
इस प्रकार उसने कभी भी किसी को यूरोप मे सर्वोच्च नही होने दिया | उ सकी
विदेश नीति ने इंगलेन्ड को यूरोपीय राजनीति मे एक महत्वपूर्ण देश
. बता दिया।
प्रदत्त ७-- रोसन इंगलंण्ड के फऋगड़े के क्या कारर थे ? '
अथवा
प्रन ८--किन दातो में इंगलैन्ड का चर्च, रोम के चर्च से विलग है ?
- इस श्रलग होने के क्या परिरणस ये ? + `
श्रय ।
श्रदन € वे कौन सी. विभिन्न स्थितिरयां थीं जिनके हारा इग्लन्ड'कां
चर्च, रोम के दर्चे से श्र॒लग हुआ ?
उत्तर---मुमिकाः
इंगर्लन्ड का चर्च, रोम के चर्च से-निम्नलिखित बन्धनो मे सम्बन्धित थाः
प्रथमतः, 'पोप उस कंथोलिक चचं का सिद्धान्त रूप मे नेता था जिसका समस्त
इंगलेन्ड अनुयायी था। दूसरे, अंग्रेजी घार्मिक न्यायालयों की श्रपीलें ( प्रार्थनाएँ )
सदैव से रोम जाती थी । तीसरे, वडे-बड़े टैक्स जो कि दसवें और पहले फल
कहलाते थे, पुजारियों द्वारा चुकाए जाते थे! चौथे, पोप ने वास्तविक रूप में
इद्गलिश विद्यपों और बहुत से अंग्रेज पादरियो को नियुक्त किया था। ये सभी
श्रेंखलाएं, हैनरी अ्रध्टम के जासन काल में धुल गयी । इद्धलेन्ड का चर्च; रोम ,
से अलग हो गया।
श्रलग होने के काररए-- त |
हैनरी तथा उक्ती पत्नी--हैनरी श्लीर उसकी पत्नी कैथरिन उसको एक
. साथ वनाये रखने में बहुत कम श्रर्थ रखते थे । पत्नी स्पेनियर्ड थी । उस्ते फ्रान्स-
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