श्रीवत्स | Shrivats
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
595 MB
कुल पष्ठ :
198
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)पहला अंक
पहला दृश्य
स्थान--इंद्रपुरी में इंद्रदेव का विश्राम-भवन
समय--संष्या से पूवं
< इ रख्.खचित स्वर्णमय सिंहासन पर विराक्षमान हैं। दर
तक रक्तांबर बिछा हुआ है। कई स्थानों पर सुगंघ-पात्रों .
में से सुवासित धुएँ के बादल हठ रहे हैं।
अप्सराएं नुस्य कर रही हैं।)
( गीत )
आओ सुख फे गाने गाओ !
, नभ में विहग चहकते श्रते,
परभुर मिलन के गाने गाते,
„ गगन-भूमि निज टय मिलते, =, ` ˆ ॥
तुम भी आओ, हृदय बिछाओ !
आश्ो सुख के गाने गाओ।!
तारो से नभ भर जाएगा
मधुरं सुधा शति बरसा
भ् पर ज्योत्स्ता फेलाएगा
आओ्रों नुम भी स्मित छिटका थ्रो
आओ. सुख के गाने गाओ !
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