महादेव भाई की डायरी भाग - 4 | Mahadev Bhai Ki Dayari Bhag - 4
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
18 MB
कुल पष्ठ :
432
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)जी ने गांधीजी की प्रिय खादी की वात मान ली और काठियावाड़ की राजनैतिक
हलचल कम-से-कम वारह मास के लिए टारू दी। परन्तु जो समझदार थे,
वे तो समझ गये कि खादी अपना ली तो यह कहा जा सकता है कि राजनैतिक
हलचल जीवित ही रहेगी ।
राजनैतिक व्यक्ति पट्टणीजी का दूसरा पहलू भी इस दौरे में देखने में आया ।
गांधीजी उनके तीन दिन मेहमान रहे भौर इन तीन दिनो में उन्होंने अपने साहित्य-
रस का काफी परिचय गांधीजी ओर महादेवभाई को कराया ! इसके अलावा
अंग्रेज शासकों के वारे में अपने मन्तव्य प्रस्तुत किये ।
काठियावाड़ का दूसरा दौरा मुख्यत: लोगों के निमत्त्रण के फलस्वरूप था,
यद्यपि इस वार भी पट्टणी मढड़ा आ पहुँचे और रात के बारह वजे भरी सभा में
खड़े होकर भाषण करके अपने-आपको शठ वताया और यह कह सुनाया कि गांधीजी
ने मुझे साधु वना दिया ।
इस दूसरी यात्रा में गांधीजी पालीताणा के पहाड़ पर चढ़े और मुनिश्री कर्पूर-
विजयजी के साथ चरखा कातनें के वारे में चर्चा की । सच्ची मर्हिसा किसमें
है और सच्चा दया-धर्म कौन-सा कहलाता है, आपत्ति-धर्म किसे कहा जाय और
युग-धर्म क्रिसे माना जाय, इस विषय की बड़ी रसमय चर्चा हुई ।
गुजरात के वाकी के भाग में जो दौरा किया, उसके दरमियान पेटलाद तालुके
की किसान परिषद् और वेड़छी की काछीपरज परिपद् में गांधीजी उपस्थित रहें
थे । इस प्रवास में एक अत्यन्त करुण घटना पीज गाँव में हुईं | स्वागत-गीत
गानेवाली कन्याओं ने गाया :
मोदी खादी पहनो परदेसी कपड़ा छोड़ो,
मेरी बहनो स्वराज केना सहर रहै ॥'
और कन्याओं में से एक के शरीर पर भी खादी नहीं थी ! यह गाया गया, तब
लोग खिऱखिलाकर हँस रहे थे, परन्तु उसके भीतर की करुणता और दांभिकता
ने गांधीजी के हृदय को वड़ा भाघात पहुँचाया ।
प्रवास में वारडोली भी आयी। जिस वारडोली ने सन् १९२२ में भारत
की थरमोपीली की उपमा प्राप्त की थी, उसकी दुर्देशा देखकर गांधीजी को बड़ी
चोट रूगी । कहाँ '२२ की जनवरी का दिन और कहाँ आज १९२५ की जनवरी की
१७ तारीख कहकर उन्टोने अपने मन का गुवार निकाला ।
भुवासण भी गये और अस्पृश्यता-निवारण के काम में वाधा डालनेवाले वहाँ
के लोगों के विरुद्ध नरहरिभाई को सात दिन के उपवास करने पड़े थे, उसके
बारे में. दिल का दर्द प्रकट करते हुए कहा : 'उसने तुम्हारा अपराध किया ! मेरा
है $ ७
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