महादेव भाई की डायरी भाग - 4 | Mahadev Bhai Ki Dayari Bhag - 4

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Mahadev Bhai Ki Dayari Bhag - 4  by चन्दुलाल भगुभाई दलाल - Chandulal Bhagubhai Dalal

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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जी ने गांधीजी की प्रिय खादी की वात मान ली और काठियावाड़ की राजनैतिक हलचल कम-से-कम वारह मास के लिए टारू दी। परन्तु जो समझदार थे, वे तो समझ गये कि खादी अपना ली तो यह कहा जा सकता है कि राजनैतिक हलचल जीवित ही रहेगी । राजनैतिक व्यक्ति पट्टणीजी का दूसरा पहलू भी इस दौरे में देखने में आया । गांधीजी उनके तीन दिन मेहमान रहे भौर इन तीन दिनो में उन्होंने अपने साहित्य- रस का काफी परिचय गांधीजी ओर महादेवभाई को कराया ! इसके अलावा अंग्रेज शासकों के वारे में अपने मन्तव्य प्रस्तुत किये । काठियावाड़ का दूसरा दौरा मुख्यत: लोगों के निमत्त्रण के फलस्वरूप था, यद्यपि इस वार भी पट्टणी मढड़ा आ पहुँचे और रात के बारह वजे भरी सभा में खड़े होकर भाषण करके अपने-आपको शठ वताया और यह कह सुनाया कि गांधीजी ने मुझे साधु वना दिया । इस दूसरी यात्रा में गांधीजी पालीताणा के पहाड़ पर चढ़े और मुनिश्री कर्पूर- विजयजी के साथ चरखा कातनें के वारे में चर्चा की । सच्ची मर्हिसा किसमें है और सच्चा दया-धर्म कौन-सा कहलाता है, आपत्ति-धर्म किसे कहा जाय और युग-धर्म क्रिसे माना जाय, इस विषय की बड़ी रसमय चर्चा हुई । गुजरात के वाकी के भाग में जो दौरा किया, उसके दरमियान पेटलाद तालुके की किसान परिषद्‌ और वेड़छी की काछीपरज परिपद्‌ में गांधीजी उपस्थित रहें थे । इस प्रवास में एक अत्यन्त करुण घटना पीज गाँव में हुईं | स्वागत-गीत गानेवाली कन्याओं ने गाया : मोदी खादी पहनो परदेसी कपड़ा छोड़ो, मेरी बहनो स्वराज केना सहर रहै ॥' और कन्याओं में से एक के शरीर पर भी खादी नहीं थी ! यह गाया गया, तब लोग खिऱखिलाकर हँस रहे थे, परन्तु उसके भीतर की करुणता और दांभिकता ने गांधीजी के हृदय को वड़ा भाघात पहुँचाया । प्रवास में वारडोली भी आयी। जिस वारडोली ने सन्‌ १९२२ में भारत की थरमोपीली की उपमा प्राप्त की थी, उसकी दुर्देशा देखकर गांधीजी को बड़ी चोट रूगी । कहाँ '२२ की जनवरी का दिन और कहाँ आज १९२५ की जनवरी की १७ तारीख कहकर उन्टोने अपने मन का गुवार निकाला । भुवासण भी गये और अस्पृश्यता-निवारण के काम में वाधा डालनेवाले वहाँ के लोगों के विरुद्ध नरहरिभाई को सात दिन के उपवास करने पड़े थे, उसके बारे में. दिल का दर्द प्रकट करते हुए कहा : 'उसने तुम्हारा अपराध किया ! मेरा है $ ७




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