अवदान कल्पलता | Avadana Kalpalata
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
159.12 MB
कुल पष्ठ :
966
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)ढतौीय पः्नव । 69 सोष्णौषस्य सखेस्तस्थ पौयूषस्यन्दिविन्दवः | नयन्ति ेमतां लाई तुरितं शमयन्ति च ॥ २६ ॥ शिशोजातिस्मरस्याथ वचसा तस्य आ्रूपतिः | ददो डेम सदा थिस्यः सब्व मणिरसोड्वस् ॥ २9 पुष्परल्नध्वजं छचं पताकाव्यजनां शुकैः । अपुरयन् पुर व्योख्नः तस्य जन्सनि देवता ॥ २८ ॥ सुप्रका शोदिताशेषविद्याविद्यो तितात्स न । मणिच्ड़ इति ख्यातं नाम तस्याकरोन्दूपः ॥ २८ ॥ स चकाराशयं दृष पौयूपाच्छलितं पितुः । अभिनज्ञातः सुतो जातः पारिजात इवोदधे ॥ ३० ॥ पौसामौव जयन्तेन जननी पृज्यजन्सना | बभी तेस कुमारेण कुमारेशेव पाव्वतो ॥ ३१ ॥ ततः कालेन सुकत सोपानेः प्रथिवौपती । दिव्यधामसमारूढ़े सखिचड़े भवन्नुपः ॥ ॥ ३२ ॥ भर्थिचिन्तामणे स्तस्य दानेन परिपूरिते ल् लाके पुर्यसुखाले के नात्तोभून्न च याचकः ॥ ३३ ॥ नाग
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