कार्यशील महिलाओं की सामाजिक आर्थिक स्थिति इलाहाबाद नगर के संदर्भ में विशेष अध्ययन | Karyashil Mahilaon ki samjik Arthik Sthiti Ilahabad Nagar Ke Sandarbh Me Vishesh Adhyayn
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
15 MB
कुल पष्ठ :
254
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)में नरणहाँ ने प्रशात्नन कार्य में सश्भागिता का व प्रशातन की बागडोर भी
सम्भाली। शादहनज्हो के तप्य मुमताण महल भी प्रशासन में दबाव डाततीं थीं।
औरंगजेब को बहन रोशनज्ञारा ने भी राजनीति में तार्थक भमिका निभाई।
मुंगलों ते अलग हिन्द्र महिलाओं को भूमिका মী व्वोष रहीं। मेवाड़ के राणा
तांगा की पत्नी कर्मावतों ने यु भमि में वोरता पुदर्शित को। रानी दुर्गावती
ने आने पति दल्मत को मृत्यु के उपरान्त 15५8 ई0 में राज्य काज सम्भाला
आर वोरता के कारणा प्र॒त्तिद्वो भी प्राप्त को।
पपि मगः कलौन नारियाँ रिक्षा ते टतौ न रीः वह पढ़ाई-लिखाई
व रचना त्मक प्र ड्रिया से निरन्तर जड़ी रहाँ। अकबर के श्ञात्तन काल में राजमडल
में नियमित पढ़ा की व्यवस्था थी। अकबर ने फतेहपुर तोकरी में लहुकियों की
पाठ्याला का भी निर्माण कराया | शाहजटाो व औरंगजेद ने आनी पुत्रनियाँ
को पढ़ाने हेतु अरबों फारतसी को शिंधक्चिता नियुक्त की। जान बेगम, अब्हुल
रहीम बान खाना की पुत्री के कुरान का अच्छा ज्ञान था और इसकी टिप्पणी
के लिए उते अकबर ने 50, 000 दीनार का पुरक्कार भी प्रदान ण्या। नरजहाँ
ने जमा मस्जिद में एक मदरतें की भी स्थापना कराई। शिक्षा के साथ-साथ
चित्रकला, नृत्य गायन व सद्ावट से भी महिलाएं प्रभावित थीं। पूरणा मानततिंह
द} पत्नी रत्नावणी अच्छी गायिदा था मानत्तिंह की रानी मंगनयनी भी गायिः
का उत्ताद थी मीराबाई अच्छी गायिका होने के साथ-साथ पर्दों की रचना
स्प्यं करतों थीं।
विन्त पिक्षा ज्ञान राजनी1त व प्रशासन में सथ्टभागिता मात्र उच्च वर्गोय
माला ओं तक हो तोतमत रहा निम्न द मध्यम यर्गाय महिलाओं की स्थिति
+ ,६1कं षोचन।य रहयौ।
जन समा > में मण्थिओं को त्थिति शोचनीय धौ म-लाओं का आदरपूण
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नौ-दत क्य को आयु में प्पाह अनिवार्य हो गया सती प्रथा ने जोर पकड़ा
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