तीर्थकर महावीर और उनका सर्वोदय तीर्थ | Tirthakar Mahavir Aur Unaka Sarvoday Teerth
श्रेणी : धार्मिक / Religious, पौराणिक / Mythological
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
10 MB
कुल पष्ठ :
206
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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उक्त समिति ने हमारी योजनाओं झ्ौर पाठय-पुस्तकों का मात्र
शाब्दिक समर्थन ही नहीं किया, वरन् समिति की भ्रोर से श्री साहूजी ने
भारतवर्ष भर की समस्त निर्वाण महोत्सव समितियों को पाठ्य-पुस्तकों
के २५० सैट प्रेरणा-पत्रों के साथ भिजवाये एवं उक्त पाठ्यक्रम को
सभी स्थानों पर चलाने का भ्राग्रह किया ।
इस अवसर पर इस पुस्तक के ही नहीं, ट्रस्ट के प्रेरणा-स्रोत
भ्राध्यात्मिक सत्पुरुष पूज्य श्री कानजी स्वामी को श्रद्धापूरवंक स्मरण
किये विना नहीं रह सकता । उन्होने इस पुस्तक को भ्राद्योपान्त सुनने
की कृपा की है - उनके प्रति क्या आभार प्रगट करूँ ?. उन्होने तो हम
सब को सन्मागं मे लगाया है ।
टृस्ट की समस्त योजनाभ्रों को सफल बनाने का श्रेय टृस्टके
सम्मानीय अध्यक्ष श्री प्रणचन्दजी गोदीका को है, जिनके बल पर ही
ट्रस्ट की समस्त योजनाएँ निर्बाध चल रही हैं । इस पुस्तक के निर्माण
मे उनकी प्रेरणा भ्रौर प्रकाशन मे पृश सहयोग प्रविस्मरणीय है ।
डॉ० भारिल्लजी इस पुस्तक के ही नहीं, संस्था के भी प्राण हैं ।
संस्था के सभी कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाने व उनको कार्यान्वित
करने में श्रापका सीधा हाथ है।
श्री हुकुमचन्दजी गहाणकरी, मंत्री, ध्री दिगम्बर भगवान महावीर
२५००वाँ निर्माण महोत्सव समिति, नागपुर; माननीय श्री बाबूभाई
चुन्नीलालजी मेहता फतेपुर, अ्रध्यक्ष, श्री दिगम्बर भगवान महावीर
२५० वाँ निर्वाण महोत्सव समिति, गुजरात; एवं श्री सुरज्ञानीचन्दजी
लुहाडिया, मंत्री, श्री दि° भगवान महावीर २५० वाँ निर्वाण महोत्सव
समिति, जयपुर संभाग, जयपुर को भी धन्यवाद दिये बिना नहीं रह
सकते, जिन्होंने क्रश: एक हजार और पांच-पांच सौ प्रतियों के भ्रार्डर
देकर भ्रनुगृहीत किया है । हम उन सभी समितियों भ्रौर महानुभावो के
भी आभारोी हैं, जिनके भ्राडर हमें पुस्तक-मुद्रण के पहले ही प्राप्त
हो चुके हैं। उन सब के नामों का उल्लेख करना यहाँ संभव नहीं है ।
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