बारहा के सैय्यदों का इतिहास | Baraha Ke Saiyyado Ka Etihas

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Baraha Ke Saiyyado Ka Etihas by रंजना किशोर -Ranjana Kishor

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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किलेदार नियुक्त किया | सेबयद अब्दुल्ला था व हुसन ওলী ও को अजमेर तथा (बहार का नायब चूंबदार लनियुकत किया । ७ठवे अध्याय में उत्तराधि७ार के युद्ध का वर्णन है जो औरंगजेब के पूत्री' के मध्य हुआ । इस उत्तराधिकार के युद्ध में सेध्ुयद अब्दुल्ला वा व सथ्यद ह्यन अली वा बारहा ने बहुत महत्व- पूर्ण भाग लिया । আতা के युद्ध में इन दोनो' भाईयों ने अपनी वीरता दिखाई तथा इन बन्धुओं की कृपा से ही अजीमुश्शान विजयी हो स्का । इनके एक भाई सथुयद नजमुउदूदीन अली खा बअारध्य की तो इस यु& में मृत्यु भी हो गई । «जीमुश्शान ने इन बन्धुओं की वीरता से एसन्न हकर न्द दुतन अली खां बारहा को अपना नायब दबेदारके छप में बिहार में नियुक्त किया तथा सेंधुयद अब्दुल्ला था > {सविखो' के विरूद अन्त:पूर के यु८ में एक बार पुन: अपनी बहादुरी का प्रच्य हदिया | अजीमुश्शान ने सप्नाट से अनुरोध करके অযু अब्दुल्ला था को इलाहाबाद का नायब सूबेदार नियुक्त किया | ड] प भूर तृ की य क 9 क কাপ प र छू + क भी बज्शी | ॥ ऊ द টড তু म ५ # १ 4) রা রর | + কিবা আহ विहार की पेद




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