बारहा के सैय्यदों का इतिहास | Baraha Ke Saiyyado Ka Etihas
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
71 MB
कुल पष्ठ :
336
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)किलेदार नियुक्त किया | सेबयद अब्दुल्ला था व हुसन ওলী ও
को अजमेर तथा (बहार का नायब चूंबदार लनियुकत किया ।
७ठवे अध्याय में उत्तराधि७ार के युद्ध का वर्णन है जो
औरंगजेब के पूत्री' के मध्य हुआ । इस उत्तराधिकार के युद्ध में
सेध्ुयद अब्दुल्ला वा व सथ्यद ह्यन अली वा बारहा ने बहुत महत्व-
पूर्ण भाग लिया । আতা के युद्ध में इन दोनो' भाईयों ने अपनी
वीरता दिखाई तथा इन बन्धुओं की कृपा से ही अजीमुश्शान
विजयी हो स्का । इनके एक भाई सथुयद नजमुउदूदीन अली खा
बअारध्य की तो इस यु& में मृत्यु भी हो गई । «जीमुश्शान ने
इन बन्धुओं की वीरता से एसन्न हकर न्द दुतन अली खां
बारहा को अपना नायब दबेदारके छप में बिहार में नियुक्त
किया तथा सेंधुयद अब्दुल्ला था > {सविखो' के विरूद अन्त:पूर
के यु८ में एक बार पुन: अपनी बहादुरी का प्रच्य हदिया |
अजीमुश्शान ने सप्नाट से अनुरोध करके অযু अब्दुल्ला था को
इलाहाबाद का नायब सूबेदार नियुक्त किया |
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