अमेरिका दिग्दर्शन | Amarica-digdarshan
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
225
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)शिकागों में मेरी प्रथम राधि ७
कपड़े अवश्य भोने चाहिये } वममर अन्दर गरम আীহ হই
चामीके दो नल थे। घदां मेने सब कपड़े धोये | इस फाममे
रातके १० यज्ञ गये | फिर दजामत यनाई। तब इस घातकी
धचिन्ता दृर हुई कि याज़ारमे मैले कपड़ोंसे फैसे जाना दोगा ?
अन्तको थका दवाण भूसा टी लेट र्दा । सुन्दर घुधरे पिद्धोने
पर लेटते ही निद्रा देवीने मुझे अपना लिया।
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