जापान का संविधान तथा अपराध दण्ड कानून | Japan Ka Samvidhan Tatha Aparadh Dand Kanun

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Japan Ka Samvidhan Tatha Aparadh Dand Kanun by रामाधार पाठक - Ramadhar Pathak

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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6 जापान पा सविधान अजलु० 11-- मानव वे रिसा गौरिव अधिकार परे उपमाग स नागखि बचित नहा रखा जायगा। “स स्विधान द्वारा सप्रदत्त (प्रयाभूत) मौटिव अनिवार ननि थ वतमतत एव जगामा पादी नागररिकाका गावत एवि जरसण्त अधिवारा रे रूप मे टिए जायग । अलनु० 12 सविधान द्वारा जनता का दा गई स्वतत्रता तथा অনিবাতা की सरक्षा जनता मे गतत प्रयागा द्वारा का जायगा जा उवत स्वतत्रता एवं जविवारा का दग्पयाग न ब्रेगा तथा सरैबव उनवात्र उपयाग जनवल्याण व हा टि करन का उत्तरटाया होगा । अनु० 13. समस्त जनता वा -মলিলশন ম্শ ম নহলা जायगा । जब जावन स्वतत्रता एव মু ন দযল তশ এশ নব নিণাল লা এজ বান্না मामरा म सवप्रयान समस जायग जब तव कि वे जनटित बा बिराध म नहा जायग । अनु० 14 बिवान व रामक्ष समस्त जनता समान ह। जाति এল रिंग सामाजिब स्तर उुर॒स्ब उत्भव (1 110६ ८ 1..)1 ) व कारण पनं ननि धार राजनातिव आथिव अथवा सामाजिव संबधा मं बाद सह नहा रत्गा॥ मृरान जबबा कुटानता गाय नहा रगा । विज्ञा सम्मान अट्वरण या विसा वैगिष्टय प्रान क साथ कराद्‌ विपा धिकरारनर्हणाओीरनता दरस प्रवोर पा काद प्रदान उस व्यवित वा जायु व पचात विहित समया जायगा जा उम्र अब पाया हा था भविष्य म पान बारा हा । ১. अलु० 15--जनता वा अपन सरपारा वमचाग्या का चुनत एवं पदच्युत बरन ধা अहाय अधिकार है । समा रक वमचारा गमगने जनता व सबव = किमा वग चिपक नहा । रार वमचाग्याक्‌ चुनाव ब गवव म्‌ मएवजनिव्‌ वयय सन{ववेपुर क गारण्णा दा जाता हूँ । मना नूनावा में मतजान गुप्त रुगा जायगा। किसा भा सतटाता क द्वारा বি गए चुनाव भ सपरज म व्यद्निमन या सावजनिर रूप से बाई ःत्त नह! শিবা जायगा ।




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