जापान का संविधान तथा अपराध दण्ड कानून | Japan Ka Samvidhan Tatha Aparadh Dand Kanun
श्रेणी : राजनीति / Politics
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
213
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)6 जापान पा सविधान
अजलु० 11-- मानव वे रिसा गौरिव अधिकार परे उपमाग स नागखि
बचित नहा रखा जायगा। “स स्विधान द्वारा सप्रदत्त (प्रयाभूत) मौटिव
अनिवार ननि थ वतमतत एव जगामा पादी नागररिकाका गावत एवि
जरसण्त अधिवारा रे रूप मे टिए जायग ।
अलनु० 12 सविधान द्वारा जनता का दा गई स्वतत्रता तथा অনিবাতা
की सरक्षा जनता मे गतत प्रयागा द्वारा का जायगा जा उवत स्वतत्रता एवं
जविवारा का दग्पयाग न ब्रेगा तथा सरैबव उनवात्र उपयाग जनवल्याण व हा
टि करन का उत्तरटाया होगा ।
अनु० 13. समस्त जनता वा -মলিলশন ম্শ ম নহলা जायगा । जब
जावन स्वतत्रता एव মু ন দযল তশ এশ নব নিণাল লা এজ বান্না
मामरा म सवप्रयान समस जायग जब तव कि वे जनटित बा बिराध म नहा
जायग ।
अनु० 14 बिवान व रामक्ष समस्त जनता समान ह। जाति এল
रिंग सामाजिब स्तर उुर॒स्ब उत्भव (1 110६ ८ 1..)1 ) व कारण पनं
ननि धार राजनातिव आथिव अथवा सामाजिव संबधा मं बाद सह नहा
रत्गा॥
मृरान जबबा कुटानता गाय नहा रगा ।
विज्ञा सम्मान अट्वरण या विसा वैगिष्टय प्रान क साथ कराद् विपा
धिकरारनर्हणाओीरनता दरस प्रवोर पा काद प्रदान उस व्यवित वा जायु व
पचात विहित समया जायगा जा उम्र अब पाया हा था भविष्य म पान
बारा हा ।
১. अलु० 15--जनता वा अपन सरपारा वमचाग्या का चुनत एवं पदच्युत
बरन ধা अहाय अधिकार है ।
समा रक वमचारा गमगने जनता व सबव = किमा वग चिपक नहा ।
रार वमचाग्याक् चुनाव ब गवव म् मएवजनिव् वयय सन{ववेपुर क
गारण्णा दा जाता हूँ ।
मना नूनावा में मतजान गुप्त रुगा जायगा। किसा भा सतटाता क द्वारा
বি गए चुनाव भ सपरज म व्यद्निमन या सावजनिर रूप से बाई ःत्त नह!
শিবা जायगा ।
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