इंग्लैंड में स्थानीय शासन-प्रणाली | England Me Sthaniya Shasan Pranali

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England Me Sthaniya Shasan Pranali by जे. एच. वारेन - J. H. Varen

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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८८) अध्याय १०, वौ अध्याय छै निसक्षा जिक टमरणोग पहठेष्टौकट चुके है । इसमें पुस्तक का सारा हैं तथा इसमें प्रणाछ्ती वी उन विशेषताओं की पर्यावलोकन हैं जो अभी भी आलोचना के पात्र हे; और साय-लै-साथ अधिक महत्वपूर्ण समस्याओं का, जो इस प्रणादी के कारण उत्पन्त होते है, विश्लेषण दिया गया है और इस समत्याओों को हू करने के लिए दिए गये प्रस्तावा का विवरण भी हूँ । यह अध्याय तीन भागी भें विभवत हैं, जो क्रमानुसार केन्द्रीय और स्थानीय सम्बन्ध की समस्या, स्वानीय शासन के रूप की समस्या तथा स्थानीय प्राधिकारी वी प्रशासवीय यत्रविर्धि वी समस्या पर विचार वार्ता हूँ ।




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