श्रीमहावीर जीवन विस्तार | Shrimahavir Jivan Vistar

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Shrimahavir Jivan Vistar by ताराचन्द्रदोसी - Tarachandra Dosi

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about ताराचन्द्रदोसी - Tarachandra Dosi

Add Infomation AboutTarachandra Dosi

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
अनुवादंककी, भूमिका । यह्‌ प्रस्तुत पस्तकं 'गुनराती माषकि प्रसिद्ध - लेखक श्रीयुत्‌ छशीलक्कृत महावीर ओवन `विप्तारका शवतत हिन्दी अनुवाद है ओर इनसे हमारे समानका प्रत्येक व्यक्ति परिचित है। आपकी जन्मभूमि काठीयावाड़में है और आप गुनराती भाषाके अच्छे रेखक हं आपने कई एत्तकं गुनरातीमे ङती हैं । यह पृस्तक अच्छीं शैढ्ीसे लिखी गई है ओर-प्रमुके मीवनकी हरएक घटना पर सारगर्मित विवेचन किया गया है इतना ही नहीं परन्तु सर्वे टनाओंके मर्मकी साफ दिखा दिया है |. इसमें नो , विषय ओर्‌ घटनाएं टी गई है वे उत्तमतासे प्रद्शित की गई हैं. कि पढ़ते समय उस्त घटनाका चित्रस्ता सामने खड़ा हो जाता है। यह ' अप्तम॒व है कि प्रभुके कष्टोंके.वर्णनको पढ़कर पढ़नेवाढ्ोंके नेधोते अश्रुमढ्षकी . धारा'न बह निकड़े । इसके पढ़नेसे पाषांण हृदय भी पीगछकर मोमसा हो जायगा । ह ` इ परमे पाठकगण , अनुमान कर सकते हैं कि ऐसी उत्तम पुस्तकको हिन्दी भाषामें प्रकाशित करनेकी कितनी आवश्यकता थी | इस्त आवश्यक्ताकी पूर्तिके अथे मेंने इसका हिन्दी अनुवादं तैयार किया ই। यदि हिन्दी ओर हिन्दी माषाभाषी भरुष्योंकी , इस्त पुस्तकसे कुछ काभ पहुँचा तो मैं अपने श्रमको पकर पर्षा । . आदृरोड़ ] ८. 0 ता० १९-६- १८. {` -. :;; তানিন, दीसी ।




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now