नेवारी लोक-गीत | Nevari Lokgeet
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7 MB
कुल पष्ठ :
320
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)मल्लकालीन केही ठोक-गीत
( १५५०-१७७१ ई० )
. श्री महीद्धर मल्ल-
कपटी मायाले बध्यो हे हिव
- श्री सदाशिव मल्ल-
श्री गुह्य श्वरी माता
. श्री प्रताप सल्ल-
मोह गरितन् रे वाहु रे वाह
. श्री पाथिवेन्द्र मत्ल-
सिहको जगर समाई
म कहाँ गद भेट (रानी राञ्यलक्ष्मीदेवी)
. श्री योगनरेन््र मत्ल-
प्रभु बिनु के छ उपाय (रानी नरेच्द्रलक्ष्मी
श्री भूपालेन्द्र मल्ल-
राधिका कृष्णजीको अंग (रानी ऋद्धिलक्ष्मी )
. श्री भास्कर मल्ल-
नारायणजी पवेतद्ेउ
. श्री भूपतीद्धर मल्ल-
कसरी थाहा पादनं नारान
User Reviews
No Reviews | Add Yours...