स्वप्न-भंग | Swapna - Bhang
श्रेणी : कहानियाँ / Stories
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
152
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)কল্প
लाखो मर गए. - ला बता इनका क्या लेगा £ पिंजरा उठते हए
उसने कहा ।
८ , सडको पर पडे पडे मर गए, कौन कहता दै रे ठभसे-- वहा
की बाते सुनी नहीं अमी तूने, वहा कोई गरीब नहीं रहेगा... , बडे बडे
शआ्रादमी जा रहे हैं, और तू. 1?
“अच्छा तो चला जा तू मी ১ লব बता भइया, पेसे इनके. ..
मुझे तो देर हो रही है |” कहता हुआ जुम्मन का लड़का खिसकने लगा |
श्रीर गफूर उसे रोकने की चेष्य करता हुआ पूछने लगा-- “कौन
कहता था तेरे श्रव्ता से ! बता तो . 15
“अरे विस का क्या नाम है--'वह जो मकानों पर नम्बर डालता
फिरता था, किसी का दामाद द्वोकर आया है वहा -« बडी बुराई कर
रहा था । बीन्री तो रोते रोते विसकी बीमार होकर श्राई है. .. | ले श्राठ
श्रानेदू , इनके £ लड़के ने अ्रटी में से अठन्नी निकाल कर उसके
सामने फेंक दी, और पिंजरा उठा लिया |
“जानना आठ आने तो बहुत कम हैं, ठहर में तुके सस्ता ही दे
পু বাঃ স্তন নী रौर क्या कहता था वे तेरे अब्बा से - ९” गफूर उद्विम्म
सा हो उठा-- और जुम्मन का लडका एक दुश्नन्नी और फेंककर
चलता बना ।
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