कबीरकृष्णगीता | Kabeerakrishnageeta

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Kabeerakrishnageeta by युगलानंद बिहारी - Yugalanand Bihari

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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6 9369 गुरुस्त॒ति ३ পাপা প্লাস তাপ এ ९ संसाराख्यदवानलेन विकलः संतप्यमानो5स्म्यहम । ) ) संसाररूपी दावाधिसे व्याकर हुजा तपायमान मेँ आज आपकी ( शरणागतिको प्राप्त होता हूं सो हे सदर! मेरी रक्षा कीजिये ॥ १॥ ¢ ध्येय सदा निखिलवेदविदो वेदन्ति । छ ज्ञेयं च शुद्धमतयो यतयो विरताः || $ ७ इडे-ह3-69*63*63+€39> (के ০০




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