ध्यान योग प्रकाश | Dhyan Yog Prakash
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
11 MB
कुल पष्ठ :
382
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(৯)
(£
प्रचीपत्र ।
विषय
(क) सप्त ज्याहति मन्त्र ..
प्राणायाम द्वितीय की चिल्लत विधि
प्राणायाम ठृतीय की विछत विधि চি
प्राणायाम चतुर्थ की विस्तृत विधि क
श्री व्यासदेव तथा स्वामी दयानन्द सरस्वती
सम्पादित चारा प्राणायामो की चिधि
आश्चर्यद्शेन से चकित होकर योग के
होने का निश्चय करना देव[घुर संग्राम
प्राणायाम वीर्याकर्षक अर्थात् ऊध्षे रेता होने
की विधि
प्राणायाम गर्भस्थापक अर्थात गर्भाधान विधि
प्राणायामों का फल र |
प्रंत्याह्मर भ ॥ क
সহ্যাহাহ का फल : *..
साधनचतुष्टय मुक्ति के
प्रथम साधन--श्रवणचतुष्ट य ( श्रवण, मनन,
निदिध्यासन ओर साक्षात्कार )
(क) पद्चकोशव्याल्या ष
` (श) प्न्रमयकोश
ख) - प्राणमय कोश मी
(य) पाचों भाणो के कमे क, ४ উর
(र) अन्नमय तथा प्राणमय कोश विषयक पनि
पदों और वेद के प्रमाण
(इ) मनोमय कोश
(ই) विज्ञानमय कोश
(ड) आनन्दमय कोश
(ख) अवस्थात्रय
(ग) -शरीरत्रय (वा शरीर चतुर्विध )
१४०
१५३
१५५
१५६
१६०
, १६८१ त
१७१
१७३
१७४
१८४
१८९
१८७
१७८
श्प्प
श्प्प
१८६
१८६.
१९१
१६७
१६७
श्ध्द
१६८
१६६
User Reviews
No Reviews | Add Yours...