ज्ञानगंगा | Gyan Ganga

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Gyan Ganga by अज्ञात - Unknown

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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तरग-भर १५९ योद्धा वह है जो संघर्षकी चाट रखता हैं मगर हार-जीतसे उचाट रहता हे । - अज्ञात अनुभव सस्‍्वानुभवको बातें शब्दज्ञान हैं; स्वानुभव आत्मज्ञान है, किसीक स्वानुभवकी बात कहने-सुननेसे कोई आत्मज्ञानी नहीं हो जाता, वह सिर्फ़ शब्द-ज्ञानी ह । - अज्ञात स्वानुभवसे जो: प्रेरणा मिलती है वह कहनें-सुननेसे नहीं मिलतो । 0... < - अज्ञात >स्वानुभवसे बड़ा कोई गुरु नहीं है । - अज्ञात ` चतुर मनुष्य दूमरेंके अंनुभवको अपना बना लेता है। जिस रास्ते चलकर दूसरेने धोखा: खाया हो वह उस रास्ते हरगिज्ञ नहीं. जाता । - अज्ञात अपना-पराया है हितंकर्ताको अपना समलो, अदहितकर्तकीःपराया+ श ~ भागवत निकट सेम्पकंसे पराया भो अपना लगता हु; निरन्तर; दूर रहनेसे अपना भी पराया लगता हैं । 05110 अपराध ` ही पहले अपराध तो उनक हैं जो उन्हें करतें हैं; दुसरे अपराध उनके हैं जो उन्हें होन दत 9 ~ मसत एकर देव तुम्हारे वयपर रुष्ट हो आता है, वह उसकी निगहबानो रखता हैं, और, तुम्हें भी रखती चाहिए, कि अपराधा बच्चकर भागने न पायं: ज्यों-ज्यों अपराध बढ़ते जायं, न्यायकोउग्र होते जाना चाहिए । - बैन जॉन्सन




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