सम्पूर्ण गांधी वाड्मय भाग - 53 | Sampurn Gandhi Vadmay Bhag - 53

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Sampurn Gandhi Vadmay Bhag - 53 by गाँधीजी - Gandhiji

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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पाठकोंको सूचना हिन्दीकी जो सामग्री हमें गांधीजी के स्वाक्षरोमें मिली है, उसे अविकल रूपमे दिया गया है। किन्तु दूसरों हारा सम्पादित उनके भाषण अथवा छेख आदिमं हिज्जोकी स्पष्ट भूले सुधार दी गई हूँ। अंग्रेजी और गुजरातीसे अनुवाद करते समय उसे यथाप्तम्भव मूलके समीप रखनेका पूरा प्रयत्त किया गया है, किन्तु साथ ही भाषाकों सुपाठय बनानेका भी पूरा ध्यान रखा गया है। जो अनुवाद हमे प्राप्त हो सके है, उनका हमने मूलसे मिलान और संशोवन करनेके वाद उपयोग किया है। नामोको सामान्य उच्चारणके अनुसार ही लिखनेकी नोतिका पान किया गया है। जिन नामोके उच्चारणमे संशय था, उनको वँमा ही रिखा गया है जैसा गाधीजी ने अपने गुजराती लेखोमे लिखा है। मूल सामग्रीके वीच चौकोर कोप्ठकोमं दिये गये अन सम्पादकीय हूँ। गाधीजी ने किसी लेख, भाषण, आदिका जो अञ्य मूल रूपमे उद्धृत किया है, वह हाशिया छोड़कर गहरी स्पाहीोमे छागा गया है। छेकिन यदि ऐसा कोई अग उन्होने अनूदित करके दिया है तो उसका हिन्दी अनुवाद हाथिया छोड़कर साधारण टाइपमे छापा गया है। भाषणोको परोक्ष रिपोर्ट तथा वे शब्द जो गाधीजी के कहे हुए नही है, बिना हाशिया छोड़े गहरी स्थाहीमें छापे गये हैं। भापणो और भेटकी रिपोर्टोके उन अश्ञोमें जो गाधीजी के नही हैँ, कुछ परिवर्तन किया गया है और कही-कही कुछ छोड़ भी दिया गया है। शोर्पककी छेखन-तिथि दायें कोनेमें ऊपर दे दी गई है; जहाँ वह उपलब्ध नही है, वहां अनुमानसे निण्चित तिथि चौकोर कोष्ठकोम दी गई है और आवश्यक होने- पर उसका कारण स्पष्ट कर्‌ दिया गया है। जिन पत्रोमे केवल मास या वर्षका उल्लेख है उन्हें आवश्यकतानुसार मास या वर्षके अन्तमं स्वा गया है। भीर्षकके अन्तमे साधन-सूत्तके साथ दी गई तिथि प्रकाशनकी है। गाधीजी की सम्पादकीय टिप्पणियां भौर लेख, जहां उनकी लेखन-तिथि उपलूब्ध है अथवा जहाँ किसी दृढ़ आवधार॒पर उसका अनुमान किया जा सका है, वहाँ लेवन-तिथिके अनुसार और जहाँ ऐसा सम्भव नहीं हुआ है, वहाँ उनकी प्रकाशन-तिथिके अनुसार दिये गये है। सावन-सूत्रोमें 'एस० एन० ” सकेत सावरमती सग्रहालय, अहमदाबादम उपलब्ध सामग्रीका, 'जी० एन०* गावी स्मारक निधि और सग्रहालय, नई दिल्‍लीमें उपलब्ध कागज-पत्रोका, 'एम० एम० यू०” गावी स्मारक निधि और समग्रहालयकी मोबाइल माइक्रोफिल्म यूनिट द्वारा तैयार कराई गई रीछोका, ' एस० जी० ' सेवाग्रामर्में उपलब्ध सामग्रीका और 'सी० डब्ल्यू० सम्पूर्ण गाधी वाइमय (कलेक्टेड वर्स ऑफ महात्मा गावी) द्वारा सगृहीत पतन्नोका सूचक है। सामग्रीकी पृष्ठभूमिका परिचय देनेके लिए मूलसे सम्बद्ध कुछ परिशिष्ट दिये गये हूँ। अन्तर्मे साधन-सूत्रोकी सूची और इस खण्डसे सम्बन्धित कालकी तारीखवार घटनाएँ दी गई है। पन्द्रह




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