शिवराज विजय | Shivaraj Vijay
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
12 MB
कुल पष्ठ :
397
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)प्रालोचना भाग | র [ -१३
स्वरूप और अपना विशिष्ट व्यक्तित्व ई । संलेप को विस्तार के साथ
भ्रौर विस्तृत को संक्षिपत करके कहने की उसकी, प्रपनी विशेषता है 1
उसकी यह् कला उधार ली हुई न होकर उसकी अपनी है। गद्य में
भी काव्य का सा आनन्द, प्रहरन् करना,..भगवती भागीरथी'के-निर्मल
निर्भर के समान श्रोता या पाठक को अवाघ रूप से: आप्याथित करना
संस्कृत गद्य का अ्रपना गुण है । न केवल भारतीय साहित्य अपितु विश्व
सौहित्य भी संस्कृत गद्य के इस वेशिष्ठ्य का सदेव ऋणी रहेगा ।
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