यूरोप | Europe
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
14 MB
कुल पष्ठ :
296
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)यरीप की प्राकृतिक बनस्थति
दाने: शर्ते: प्राकृतिक वनस्पति का क्षेत्र संकुचित होता गया । यूरोप एक सघत जन~
संझ्या वाला महाद्वीप है। यहाँ मनुष्य ले अपने मकान, खेत, कारखाने, सड़कें, पार्क
इत्यादि बनाने के लिए बहुत से क्षेत्र पर से प्राकृतिक वनस्पति का सफाथा कर दिया
है। के क्षेत्र, जो दुर्गग भ्रथवा बेकार होने के कारण मनुष्य से अछूते रह गये ননী
पर श्रव प्राकृतिक वनस्पति का आदर्श रूप देखने को मिल सकता. है । यहाँ हम' यूरोप'
की प्राकृतिक वनस्पति के वितरण का विवरण यहू कल्पना करके देंगे कि जब तक
मनुष्य ने प्राकृतिक वनस्पति के स्वच्छन्द उगते-बढ़ने में कोई हस्तक्षेप लहीं किया
था तब इस महाद्वीप पर प्राकृतिक वनस्पति का वितरण किस प्रकार का था और
, यदि भविष्य में मनुष्य उसकी स्वच्छन्दता में कोई बाधा न डाले तो कुछ. समय बाद
` प्राकृतिके वनस्पति का वितरण किंसप्रकारका होमा} वहं श्रादशे. वितरण इस
महाद्वीप पर. प्राप्त. प्राकृतिक अवस्थाओं का परिणाम होगा।. इस दृष्टि से यूरोप
पर प्राकृतिक वनस्पति. के निम्तांकित पाँच विभाग मिलते हैं :---
(१) इन्हाई चमरपति (1 फ्ादा। ५०४०४४४०७)--आ्रार्कटिक' मेहासागर `
तट के सहारे फले हए प्रदेश को ुन्ड्रा' कहते हैं। इस प्रदेश, के अन्तर्गत स्केन्डीनेविया . *,
का पर्वतीय भाग तथा झूस दया आर्दश्कि तटीय भाग और आइानैंड সাজি हैं।
गे पी है कि लगभग सारे वर्ष गूमि हिम के दकी रहती है। हिसके इस.
सी वनस्पतियाँ अर्थात् भाँस (ज्ञ०७) तथा विचत जम आती हैं।: |
: जो मुश्किल से: एक-डेढ़ महीने रहती है कुछ भरवेरियाँ,. '
वर्च॑ः (8९०४) त्था जुनिपर (धन); के पौधेनुमा “छोटै- . ।
[লগা पर কাছ
2157 লা छोर
` विलो (पणर),
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