पंचवटी | Panchvati
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
1 MB
कुल पष्ठ :
114
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)पंचवरी ] (१७)
০০ कोः ५ সপ সি मि श पे जोन পি, আন को कोन कि कि কস क সীল জি भक क कन्व ऋ
= च
जल्दी से पूजा की सामी तेयार कराश्रो 1- सुनो, और
फौन-फौन साथ है ९
दासी
( दाथ जोष्कर ) स्वामी केले ही राके हे 1
सीता
अकेले ही ञआञाते हे ? देवर लक्ष्मण साथ नहीं हैँ ?
गुर वशिष्ठ कटौ रद गये ९ आयं समन्त भी नहा हे ९-
शायद. सव शो उधर ही छोडकर आयपुत्र सीधे मेरे पास
आते होगे । कहेगे जल्दी तेयार दो जाओ । तुम्दे सजने
से देर लगती है 1--शायद मिथिला से पिताजी नेवल
हैं, उनके विषय मे उल्ल कटे ९
[হাল ढा प्रदेश
दसी
स्वामी সা गये । [ क्दस्र जल्दी जल्दी जाती दे ।
सीता
(হাল কী ইহ) আই অহ स्त्या, उभो तो आयपुत्र को
में बिलकुल सादे वेश में देख रही हूं । एस दिन के लिए
पनाई गई आपकी पोशाक तो मेने पदले ही भिजया दी
थी । आयेपुत्र ने उसे रब तक नहीं पटना ९
रास
प्यारी !
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