जागरणम् | Jagaranam
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
983 KB
कुल पष्ठ :
106
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)° * याचना
है माँ | तुम मुझे अपनी कृपा का पायेय प्रदान करो,
जिससे कि मैं अपनी जीवन-याना में उल्लास-पूर्वक आगे बढता
रह ॥ १
मुझे ऋषियों वा तप एवं त्याग प्रदान करो, तथा मेरे
समस्त मोह को नष्ट कर दो । मेरे शरीर को नम्रता से भर
दो, तथा मेरा अखिल अभिमान दूर कर दो ॥ २
हैं माँ! तुम अपनी परम अनुरक्ति प्रदान करके, मुझ
अंकिश्चन को कृत-कृत्य करदो , तथा इस ससार की निरन्तर
सेवा करते रहने के हेतु, मेरी शक्ति में भी वृद्धि कर दो ॥ ३
मात ! भेरी समस्त भेद-भावना को दूर भगादो, विपय-
परता को गान्त करदो, तथा मेरे हृदय म प्राणि-माश्न के प्रति
वन्घृत्व का विस्तार करदो ॥ ४
अष्टु भ.
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