स्वामी भक्ति | Swami Bhakti
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
6 MB
कुल पष्ठ :
196
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)के रताविला
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स्थान-नाव्यशाला ।
सन्रधारका रसवामिभक्तोंका गुणगान ओर बन्दना करते हुए प्रवेश )
गायनं (< 1
स्व्रामीन्ती भक्ति करते हैं, जगतमें जो पुरुष नारी |
रामको प्याय था वहरंग, और सीना भी थी प्यारी ॥
खुकन्या, द्रोपदी, कुन्ती, अहिल्या, चिएुला, खाविन्नी |
ध्चन्य इन दैचि्योको, स्वामीकी भक्तिको उर धारी |
था स्वामी भक्त हुर्गाइस, भाला ओर सामाशाहर |
इनके आचरणोंकी तारीप, दुनिया करती है सासे ॥
गिनाऊ' नाम किन किनका, हुए है।जेतने स्वामि-भक्त।
खदी शक्तिकी और भक्तिकी, है महिभा चड़ी भारी ॥
करूँ प्रणाम वारश्यार, उनके सत्य गोरवको |
करी तारीफ कवि्योने, दिखत शण शारदा हारी ॥
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