इस तरह चलो | Is Tarah Chalo

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Is Tarah Chalo by गिरिजा शंकर पाठक - Girija Shankar Pathak

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about गिरिजा शंकर पाठक - Girija Shankar Pathak

Add Infomation AboutGirija Shankar Pathak

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
वेन्जामिन कुर्बानी तेरी कभी नः खाली जायेगी । बरबर गोरों की बरबर सरकार मिटा दी जायेगी ।। जब जब अत्याचार बढा है धरती पर, जुल्मों का अम्बार गगन पर छाया है | कोई लेकर ज्योति पुंज कर कमलो में, तिमिर मिटाने इस अवनी पर आया है । दानवता के दमन नीति की नीव हिला दी जायेगी । वेंजामिन कुर्बानी तेरी कभी न खाली जायेगी || जालिम गोरों से उन्मुक्त कराने को, अब तो लाखों वेजामिन पेदा होगे | काले गोरे का सव भेद मिटाने को, एक-एक करके क्रमश. सेदा होगे । दक्षिण अफ्रीका वीरों की खान बना दी जायेगी । ब्रेंजानिन कुर्बानी तेशी कभी न खाली जायेगी || कथनी करनी में है फर्क जहॉ होता, ऐसा शासन क्या है वह दुःशासन है । बाते प्रजातंत्र की करते हैं बोथा, रंग भेद कायम है क्या अनुशासन है । गोरो के अरमानों मे अव आग लगा दी जायेगी | वेजामिन कुर्बानी तेरी कभी न खाली जायेमी । इस तरह चलो/15




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now