उच्चतर आर्थिक सिद्धान्त | Ucchatar Arthik Siddhant
श्रेणी : अर्थशास्त्र / Economics
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
24 MB
कुल पष्ठ :
855
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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সাম বির
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হাকরীয সাম ফা লিঘাে (0৩650555605 ৩৫ 50০95 12০০০০)
शाप्ट्रीय भाग का सिर्घारण--अ्रपूर्ण रोजगार सन्तुलन--सरकार तथा राष्ट्रीय
भ्राय--राष्ट्रीय ध्राय का निर्धारण बचत तिवेश दृष्टिवोण द्वारा व्यास्या
रोजगार तथा राष्ट्रीय प्राय के निर्षारक उपमोण प्रवुत्ति (106:४70108918 01
छणए०एफ्था६ 874 7१६६४०४७) 1200709. উট 10 0078796)
उपमोग प्रवृत्ति प्रयया उपमोग फलन का प्रयं-पोसत उपमोग प्रवृत्ति प्रौर
सीमात उपमो प्रदत्ति-उपमोग प्रवृत्ति विपयक बेन्न का मतोवंशानिष नियम
उपभोग प्रवृत्ति के निर्धारक तत्व-- उपमोग प्रवृत्ति बी धारणा वा महत्व |
रोजगार तपा राष्ट्रीय माय के निर्षाए क. निवेश प्रेएणा (000070018705 ০1
হেন बचे 2९१६०४३1 77009... 1700०७४0809 ६० 1गरए88६)
निवेश प्रेरणा के निर्धारक-पूजी की मामात उत्पाददता--वचत प्रौर निवेश में
মচ্বন্ন ॥
~ गुणक रा सिदान्त (708०079 ० 51916101102)
केर्ज की प्राय गुणव' को धारणा- गुणक का रेखाइति द्वारा स्पप्टीवरण-पाव
प्रवाह में विभिन्न छिद्र (18७४2०७) भोर उतका गुणक पर प्रमाव--गुणक मे
सिद्धान्त वा महरव 1
भजद्ररो तठ रोजगार मेँ सम्बन्प (१९४०९ ९०५ 80910७;०७४/)
नदं मजदूर तया वास्तविक मजदूरी-अ्रतिव्दित प्रयंशात्त्रियों वा मजदूरी
तथा रोजगार ने सम्बन्ध के विषय मे मत--प्रतिष्ठित प्रर्यशास्त्रियों के मत की
केन्ज दवाएं भालोचता - मजदूरी तथा रोजगार के सम्बन्ध केन्न का विस्तेषण --
केन्जं के मजदूरी-रोजगार सम्बन्ध में श्रापुनिक भरषंशास्त्रियों के कुछ सशोपन ।
व्यापारिक भक्त सिद्धान्त (10०09 ० 7:80 07०८४)
व्यापारिक चक्र के प्राचीन सिद्धान्त मतोवैज्ञानिद सिद्धात्त, मति-निवेश सिद्धांत,
श्रत्प-उपमोग धिदान्त -केन्ज द्वारा व्यापारिक षक्र के सिदान्त म॒ योगदान
केन्ज के सिद्धान्त को भ्रातोचता-त्वरक सिद्धान्त--ग्रुणण तथा त्वरक् की
धन्तक्षिया द्वारा व्यापारिक चक्रों की उत्पत्ति सेम्युल्सन वा मॉहल-- दिवस को
व्यापारिक चक्र प्रिंदान्त ।
56. प्रत्पविकप्तित वेशों के लिए केनन हे सिद्धान्त की प्रायगिकता भ्रण्वा सार्थरुता
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प्ल्पविकद्धित देशों में बेरोजगारी के फारण तथा स्वरुप मिप्न हैं- केन्ज के सिद्धांत
में की गई मात्यताएँ भल्पविक्तित देधों की स्थिति में सत्य नही हैं--केन्ज का
गुणक तिद्वान्त भल्पविवसित देशो पर लाए नहीं होता
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