जूझती जूण | Joojhti Joon

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Joojhti Joon by मोहम्मद सदीक - Mohammad Sadik

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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জার শহর মল হা धाकभरी भभक स्यूं भागजा सो हत्तरों सो भेद है गाई अर सहारे में यारा हायर पर्स तेस बछ ग्हारा पाका एग मारग पसे गुरदसे षषटक सो रदुक কাত লাল कर नागमं सरोसो का सट्क थारे टायरां ने सर स्पू पंली फाइ नासे पशा-म्दारी नागो वगचदपां रो उभर पदं कटां ने-फांकरा मे मसछ मारग रो मरम गाढ नासे । আর না আছ চাই হয়া লিসহা নিলা सहारे भेरे वानी देख 10108 1: ५1। ग्रो भषको भरोर मत देश হার নয मोपो उतर मध्मती সীঘতী লীন धर्गा नें सरहरों হাসো হা । হাতেই সখী হাহ




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