सन्युत्त - निकाय भाग - 2 | Sanyut - Nikay Bhag - 2

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Sanyut - Nikay Bhag - 2  by भिक्षु जगदीश काश्यप - Bhikshu Jagdish Kashyap

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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( ५ ) ८. तहिय अज्धात्त सुत्त জনাংম ९०११. बाहिर सुत अनिल, दुःख, भनास्म ঘাঁজনাঁ মান : नवपुराण गे १, कम्म सुल मया भौर पुराना कमं २, पठस सप्याय सुत्त निरवांण-सा धक सारा ३-४, सप्पाय सुत्त निर्वाण-साधक मार्ग ७५, सप्पाय सुत्त निर्वाण-साधक मार्ग ६, अन्तेघासी सुत्त बिना अन्तेवासी और आचार्य के घिदरना ७, किमत्थिय सुत्त दुःख विनाश के लिए अह्यचर्य पान ८, भ्रत्यि तु खो परियाय सुत्त भाव्म-क्ञान कथन के कारण ९५, इन्द्रिय सुस्त इन्द्रिय-सम्पन्न कौन ? १०, कथिक सुत्त धर्म कथिक कौन ? चतुथं पण्णासक पहला লাল : दतृष्णा-क्षय वर्ग १, पठमस नन्दिकखय सुत्त सम्यक्‌ दृष्टि २. दुतिय नन्दिक्लिय सुत्त सम्बक्‌ दृष्टि ३. तत्तिय नन्दिक्क्षय सुत्त चश का चिन्तन ४, चतुस्थ नन्द्क्खय सुत्त सूप-चिन्तन से युक्ति ५, परम जीवकम्त्रवन सुत्त समाधि-भावना करो ६. दुतिय जीवकम्बवन सुत्त पान्त-चिन्तन ও, থম হাতি सुत्त অভিম্স জী ভুত জা যায ८-५९, दुतिय-ततिय कोट्टित सुत्त दुःख से इच्छा का स्याग १०, मिच्छाविट्ि सुत्त मिथ्यादृष्टि का प्रद्मण केसे ? ११, सक्काय सुत्त सत्काय-इष्टि का प्रहाण कैसे ? १२. धभ सुत्त आत्मदृष्टि का प्रहाण হল? दूसरा भाग ; सदधि पेय्याल १, पठम छन्द सुत्त इच्छा को दवाना २-३ दुतिय-ततिय छन्‍्द घुल राश को दुबाना ४-६ छन्द सुत्त इच्छा को दवाना ७-९ छन्द सुत्त इच्छा को दबाया १०-१२ छन्द सुत्त इच्छा को दबाना १३-१५ छन्द सुत्त इच्छा को दशाना १६-१८ छन्द सुत्त इच्छा को दबाना ११, अतीत सुस अनिस्य २०, भतत सुत অনিংষ २१, अतीत सुत्त अनित्य ५०७ ০৪১] এগ ५०९ ५५०५ ५५०९ ५०९ ५५१० ५५१० ५५१० ५५१० ५१० ५११ ५१२ ५५१२१ ५५१९ এগ ७११२ ७५१२ १३ অই এই ७३३




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